नई दिल्ली। प्राइवेट क्षेत्र के प्रमुख बैंक ICICI बैंक का वित्त वर्ष 2015-16 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) का एकल शुद्ध लाभ 75.97 फीसदी घटकर 701.89 करोड़ रुपए रह गया। डूबे कर्ज के लिए प्रावधान में दोगुना बढ़ोतरी की वजह से बैंक का शुद्ध मुनाफा कम हुआ है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक ने 2,922 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था।
बंबई शेयर बाजार को भेजी सूचना में बैंक ने कहा है कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय बढ़कर 18,590.86 करोड़ रुपए पर पहुंच गई। यह इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 16,234.73 करोड़ रुपए से 14.51 फीसदी अधिक है। आलोच्य तिमाही के दौरान बैंक का डूबे कर्ज के लिए किया जाने वाला प्रावधान उल्लेखनीय रूप से बढ़कर 3,326.21 करोड़ रुपए पर पहुंच गया, जो जनवरी-मार्च 2014-15 तिमाही में 1,344.73 करोड़ रुपए था।
स्टार्टअप के लिए आपके पास है इनोवेटिव आइडिया तो ICICI बैंक देगा पैसा
आईसीआईसीआई बैंक ने कहा है कि कमजोर आर्थिक वातावरण, जिंस चक्र में भारी गिरावट और घरेलू अर्थव्यवस्था में सुधार की धीमी रफ्तार से लौह एवं इस्पात, खनन, बिजली, रिग्स और सीमेंट क्षेत्र का कर्ज प्रभावित हुआ है। तिमाही के दौरान बैंक की शुद्ध ब्याज आय 6 फीसदी बढ़कर 5,404 करोड़ रुपए रही, जो एक साल पहले समान तिमाही में 5,079 करोड़ रुपए रही थी।