नयी दिल्ली। निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में दोगुना से अधिक होकर 4,670 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। एस्सार स्टील से वसूली और मुख्य आय में बढ़ोतरी से बैंक के मुनाफे में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। मुंबई मुख्यालय वाले इस बैंक ने इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,874.33 करोड़ रुपए का एकीकृत शुद्ध लाभ कमाया था। एकल आधार पर दिसंबर तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 4,146 करोड़ रुपए रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,605 करोड़ रुपए रहा था।
शुद्ध एनपीए भी घटा
तिमाही के दौरान बैंक की शुद्ध ब्याज आय 24 प्रतिशत बढ़कर 8,545 करोड़ रुपए पर पहुंच गई। घरेलू बाजार में कर्ज देने में 16 प्रतिशत की बढ़ोतरी और शुद्ध ब्याज मार्जिन में 3.77 प्रतिशत की वृद्धि से बैंक की ब्याज आय बढ़ी है। इस दौरान बैंक की अन्य आय 18.77 प्रतिशत बढ़कर 4,043 करोड़ रुपए रही। समीक्षाधीन तिमाही के दौरान बैंक की सकल गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) कुल ऋण का घटकर 5.95 प्रतिशत पर आ गईं, जो एक साल पहले समान तिमाही में 7.75 प्रतिशत थीं। इस दौरान बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन 3.77 प्रतिशत रहा।
इससे पिछली तिमाही में यह 3.64 प्रतिशत और इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 3.40 प्रतिशत था। तीसरी तिमाही में बैंक का शुद्ध एनपीए 1.49 प्रतिशत रहा। एक साल पहले समान तिमाही में यह 2.58 प्रतिशत था। तिमाही के दौरान बैंक का प्रावधान (कर को छोड़कर) 51 प्रतिशत घटकर 2,083 करोड़ रुपए रह गया। एक साल पहले समान तिमाही में यह 4,244 करोड़ रुपए था।