बेंगलुरु। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद(आईसीएआर) के बेंगलुरु स्थिति भारतीय आगवानी शोध संस्थान (आईआईएचआर) ने वायरस प्रतिरोधी मिर्च की एक नयी किस्म विकसित की है। आईआईएचआर बाजार में सीधे इस किस्म को अब परखने के लिए इसे देश भर में कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) को देगा। स्थान-विशेष के केवीके के मिले परिणामों के आधार पर, उस विशेष क्षेत्र में मिर्च के बीज बाजार में जारी किए जा सकते है।
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आईआईएचआर के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ के माधवी रेड्डी ने बुधवार को राष्ट्रीय बागवानी मेला -2021 के दौरान बताया, ‘‘हमने लीफ कर्ल वायरस प्रतिरोधी एक मिर्ची विकसित की है।’’ लीफ कर्ल के प्रकोप से मिर्च की पत्तियां ऐंठ जाती है। यह वायरस रायचूर में ज्यादा प्रचलित है। वहां से इसे निकाल कर इसके प्रभाव पर अनुसंधान कर के नयी किस्म विकसित की गयी है।
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स्थानीय तेल तिलहन कीमतों में सुधार
विदेशी बाजारों में तेजी के रुख और स्थानीय मांग बढ़ने के कारण दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में बुधवार को सरसों, बिनौला, सोयाबीन और पामोलीन तेल कीमतों में सुधार आया। तेल उद्योग से जुड़े सूत्रों के अनुसार मलेशिया एक्सचेंज में डेढ़ प्रतिशत की तेजी रही। इसके अलावा पामोलीन की मांग भी धीरे धीरे बढ रही है जिससे पामोलीन तेल कीमतों में सुधार आया, जबकि सीपीओ के भाव पूर्ववत बने रहे। उन्होंने कहा कि विदेशी बाजारों में सोयाबीन खल (तेल रहित खल- डीओसी) की अच्छी निर्यात मांग है जिससे सोयाबीन दाना सहित इसके सभी तेलों की कीमत लाभ के साथ बंद हुए। प्रमुख तेल उद्योग संगठन सोपा ने कहा कि अपने पिछले साल के जनवरी के मुकाबले चालू वर्ष में जनवरी के दौरान सोयाबीन खल (डीओसी) का निर्यात 48.4 प्रतिशत बढ़कर 3,36,390 टन हो गया।
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