एयरलाइंस कंपनियों की चांदी, 2015 में 33 अरब डॉलर का मुनाफा संभव: आईएटीए
एयरलाइंस कंपनियों की चांदी, 2015 में 33 अरब डॉलर का मुनाफा संभव: आईएटीए
अंतरराष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ (आईएटीए) ने कहा है कि इस साल ग्लोबल एयरलाइंस कंपनियां 33 अरब डॉलर का शुद्ध लाभ कमा सकती हैं। सस्ते इंधन की वजह से मुनाफा होगा।
नई दिल्ली।ग्लोबल बाजार में इंधन के कम दाम का लाभ एयरलाइंस कंपनियों के कारोबार में इस साल बेहतर मुनाफे रूप में सामने आ सकता है। अंतरराष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ (आईएटीए) ने कहा है कि इस साल ग्लोबल एयरलाइंस कंपनियां 33 अरब डॉलर का शुद्ध लाभ कमा सकती हैं। संगठन ने इससे पहले जून में 29.3 अरब डॉलर का मुनाफा कमाने का अनुमान व्यक्त किया था।
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एशिया प्रशांत क्षेत्र में विमानों में यात्री क्षमता बढ़ी
आईएटीए ने कहा, वर्ष 2016 के लिए आईएटीए ने 5.1 फीसदी औसत शुद्ध लाभ मार्जिन का अनुमान लगाते हुए कुल मुनाफा 36.3 अरब डॉलर रहने की भविष्यवाणी की है। आईएटीए के अनुसार एशिया प्रशांत क्षेत्र में विमानों में यात्री क्षमता वृद्धि 2015 के छह फीसदी से बढ़कर 2016 में 8.4 फीसदी तक पहुंच जाने का अनुमान है। भारत, इंडोनेशिया और चीन जैसे उभरते बाजारों में नये विमानों के आने से यात्री क्षमता बढ़ाने में मदद मिलेगी। माल परिवहन के क्षेत्र में हालांकि लगातार कमजोरी के मामले में यह क्षेत्र सबसे आगे रहेगा।
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प्रतिस्पर्धा से लोगों ने की सस्ती हवाई यात्रा
आईएटीए के महानिदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी टॉनी टायलेर ने कहा, एयरलाइन उद्योग मजबूत वित्तीय और संचालन प्रदर्शन कर रहा है। उत्पाद निवेश और प्रतिस्पर्धी हवाई किरायों के चलते यात्रियों को बेहतर मूल्य का लाभ मिल रहा है। ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया। पर्यावरण प्रदर्शन में भी सुधार हो रहा है। ज्यादा से ज्यादा लोग और व्यावसाई पहले से अधिक स्थानों से जुड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, रोजगार का स्तर बढ़ रहा है और अंतत: हमारे शेयरधारकों को उनके निवेश पर सामान्य प्रतिफल मिलने की शुरआत हुई है।
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