नई दिल्ली। रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन पर लगातार हमला बोलने के बाद भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने नया मोर्चा खोल दिया है। आज उन्होंने मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम पर हमला बोलते हुए उनको बर्खास्त करने की मांग कर डाली। हालांकि, वित्त मंत्री अरुण जेटली तथा भारतीय जनता पार्टी तुरंत मुख्य आर्थिक सलाहकार के बचाव में उतर आए और स्वामी के बयान को खारिज कर दिया।
वित्त मंत्री ने अरविंद सुब्रमण्यम पर स्वामी के हमले को दरकिनार करते हुए यह कहकर उनका बचाव किया कि सरकार को उन पर पूरा भरोसा है और उनकी सलाह सरकार के लिए काफी कीमती होती है। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकान्त शर्मा ने कहा कि पार्टी स्वामी द्वारा सुब्रमण्यम की आलोचना से सहमत नहीं है और यह पूरी तरह से उनका व्यक्तिगत विचार है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार ने अक्टूबर, 2014 में सुब्रमण्यम को मुख्य आर्थिक सलाहकार के पद पर नियुक्त किया था।
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उल्लेखनीय है कि अरविन्द सुब्रमण्यम प्रवासी भारतीय हैं। कांग्रेस ने स्वामी के बयान पर कहा कि उनका निशाना सुब्रमण्यम नहीं बल्कि वित्त मंत्री जेटली हैं। कांग्रेस ने पूछा है कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वित्त मंत्रालय स्वामी को सौंपने जा रहे हैं। स्वामी के इस ताजा हमले के बाद इन्फोसिस के पूर्व सहसंस्थापक टी वी मोहनदास पई ने कहा कि लोग अब यह पूछ रहे हैं कि देश कौन चला रहा है। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि अब प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री इस बारे में कुछ करें। यदि स्वामी के पास कोई प्रमाण है तो वे पार्टी में लोगों से बात कर सकते हैं कि वे क्या चाहते हैं। जो भी आप करना चाहते हैं चुपचाप करें।
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