नई दिल्ली। भारत में हाईस्पीड टेल्गो या फिर बुलट ट्रेन अभी दूर की कौड़ी लग रही हो। लेकिन अब उससे पहले भारत में दुनिया की सबसे तेज ट्रेन का सपना जरूर पूरा हो सकता है। अमेरिका की स्टार्टअप हाइपरलूप टेक्नोलॉजी ने भारत में हाई-स्पीड ट्रेन लाने की मंशा जाहिर की है। सबसे दिलचस्प बात ये है कि ये स्टार्टअप बुलेट ट्रेन से 3 गुना ज्यादा तेज दौड़ने वाली अपनी पहली हाईस्पीड ट्रेन को भारत में ही शुरू करना चाहती है। यह ट्रेन न सिर्फ हवाई जहाज से आधे समय में आपको पहुंचाएगी, बल्कि इसका किराया भी प्लेन के मुकाबले काफी कम होगा।
टैल्गो ने पीछे छोड़ा राजधानी को, दिल्ली से मुंबई पहुंचाएगी 13 घंटे से भी कम समय में
तस्वीरों में देखिए दुनिया की सबसे तेज ट्रेन
World fastest train Hyperloop
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1200 किमी. प्रतिघंटे की स्पीड
इस ट्रेन की स्पीड की बात करें तो यह आपके रौंगटे खड़े कर सकती है। हाइपरलूप के मुताबिक दुनिया की सबसे हाई स्पीड ट्रेन 1200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकती है। हाइपरलूप टेक्नोलॉजी पर चलने वाली इस ट्रेन का आइडिया टेस्ला के फाउंडर एलॉन मस्क लेकर आए हैं। सबसे दिलचस्प बात ये है कि हवा से बात करने वाली ये ट्रेन दरअसल, वैक्यूम ट्यूब में चलती है। इस ट्रेन को हकीकत का रूप देने वाली अमेरिकी स्टार्टअप हाइपरलूप ट्रांसपोर्ट टेक्नोलॉजी यानी एचटीटी भारत में अपनी पहली हाई-स्पीड ट्रेन लाना चाहती है।
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30 मिनट में चेन्नई से बेंगलुरू
स्टार्टअप का दावा है कि इस ट्रेन से चेन्नई से बंगलुरु की दूरी आधे घंटे से भी कम वक्त में तय हो सकेगी। जबकी ट्रैवलिंग खर्च हवाई सफर के मुकाबले आधा होगा। अनुमान के मुताबिक कंपनी 500 किलोमीटर के लिए 30 डॉलर यानी 2000 रुपये तक चार्ज कर सकती है। वहीं एक हाइपरलूप ट्रेन में एक दिन में करीब 1 लाख 44 हजार लोग ट्रैवल कर सकेंगे। यही नहीं, भारत में हाइपरलूप की एंट्री के लिए ये स्टार्टअप जल्द ही सरकार के साथ चर्चा भी करने वाली है। कंपनी को उम्मीद है कि ये सेवा 2019 तक शुरू हो जाएगी।