नई दिल्ली। अरबपतियों के लिए यह एक और उपलब्धियों वाला साल है, उनकी कुल संपत्ति 31 प्रतिशत बढ़कर कुल 10.5 लाख करोड़ डॉलर हो गई है, जो वैश्विक जीडीपी के 13.2 प्रतिशत के बराबर है। हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट 2018 में 68 देशों के लिए 2,694 अरबपतियों की रैंकिंग की गई है। भारत की बात की जाए तो देश के लिए यह बेहतरनी साल है। लिस्ट में इसे तीसरे स्थान पर रखा गया है। इस साल इस लिस्ट में भारत से 31 नए अरबपतियों को शामिल किया गया है और भारत में कुल अरबपतियों की संख्या बढ़कर 131 हो गई है।
केवल एक भारतीय ऐसा है जिसकी संपत्ति में बहुत अधिक वृद्धि हुई है और वह भारतीय है गौतम अडानी। लिस्ट में कहा गया है कि अडानी की संपत्ति एक साल में दोगुनी होकर 14 अरब डॉलर (तकरीबन 91,245 करोड़ रुपए) हो गई है। 55 वर्षीय इस उद्योगपति की संपत्ति पिछले 12 महीनों में 109 प्रतिशत बढ़ी है। टॉप-100 लिस्ट में गौतम अडानी 98वें स्थान पर हैं।
भारत में सबसे ज्यादा अरबपति मुंबई में रहते हैं। यहां कुल 55 अरबपति हैं। इसके बाद दिल्ली का स्थान है, जहां कुल 29 अरबपतियों का निवास है। भारत में सबसे ज्यादा अरबपति फार्मा सेक्टर से हैं। फार्मा सेक्टर से 19 अरबपति हैं, इसके बाद ऑटोमोबाइल और कंपोनेंट सेक्टर से 14 और कंज्यूमर प्रोडक्ट्स सेक्टर से 11 अरबपति हैं।
भारत के अलावा केवल चीन और अमेरिका ही ऐसे देश हैं जिनके दो या अधिक शहर टॉप-30 में शामिल हैं। भारतीय अरबपतियों की संख्या बढ़ी हैं लेकिन इनमें से 31 भारत छोड़कर यूएई, यूके और यूएसए में बस गए हैं।
भारतीय अरबपतियों की कुल संयुक्त संपत्ति 49 प्रतिशत बढ़कर 454 अरब डॉलर हो गई है, जबकि इन अरबपतियों की औसत आयु 64 वर्ष है। चीन में 819 और अमेरिका में 571 अरबपति हैं। मुकेश अंबानी लगातार सबसे अमीर भारतीय व्यक्ति बने हुए हैं। उनकी संपत्ति में इस साल 73 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 60 साल के अंबानी की कुल संपत्ति 45 अरब डॉलर है और वे दुनिया के 19वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं।