नई दिल्ली। संसद में आज बताया गया कि विदेशों में भारतीयों द्वारा छुपा कर रखे गए धन के बारे में हुए वैश्विक खुलासे के बाद सरकार ने अब तक 16,200 करोड़ रुपए के कालाधन का पता लगाया है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राज्य सभा में एक लिखित उत्तर में बताया कि HSBC के विदेशी बैंक खातों में जमा की गई 8,000 करोड़ रुपए की अघोषित आय को पिछले दो सालों में टैक्स के दायरे में लाया गया है। इसके अलावा इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इनवेस्टीगेटिव जर्नलिस्ट (ICIJ) द्वारा किए गए खुलासे के तहत 8,000 करोड़ रुपए की ऐसी धनराशि का भी पता लगाया गया है, जिसे भारतीयों ने अघोषित विदेशी बैंक खातों में जमा कराया था।
- वित्त मंत्री ने कहा कि भारतीयों द्वारा विदेशों में रखे गए कालेधन के बारे में कोई आधिकारिक आंकड़ा उपलब्ध नहीं है।
- उन्होंने कहा, हालांकि सरकार विदेशों में जमा काले धन को देश में वापस लाने के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।
- जेटली ने कहा कि विदेशों में जमा काले धन के मामले से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए काला धन (अघोषित विदेशी आय और संपत्ति) तथा आयकर अधिनियम का अधिरोपण, 2015 (बीएम कानून) को लागू किया गया है।
- बीएम कानून के तहत विदेशों में छुपा कर रखे गए कालेधन के मामले में अधिक जुर्माने और सजा का प्रावधान किया गया है।
- जेटली ने कालेधन की लड़ाई के लिए सरकार द्वारा उठाए गए तमाम कदमों का भी यहां उल्लेख किया।