नई दिल्ली। सरकार के 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों को बंद करने के फैसले से बैंकों में सिर्फ 8 दिन में करीब 4 लाख करोड़ रुपए डिपॉजिट हुए है। इसीलिए माना जा रहा है कि बैंक अब जल्द ही लोन सस्ता कर सकते है। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री ने 8 नवंबर की आधी रात के बाद 500 और 1,000 रुपए के नोट का इस्तेमाल कुछ जरूरी सेवाओं को छोड़कर बंद कर दिया था। सरकार ने ब्लैक मनी, नकली करंसी और करप्शन पर लगाम लगाने के लिए यह कदम उठाया है।
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बैंकों ने डिपॉजिट रेट्स में कटौती शुरू की
- नोटबंदी के बाद लोग बड़ी तादाद में कैश जमा कराने बैंक जा रहे हैं। इसीलिए अब बैंकों के पास इतना कैश जमा हो गया है कि उन्होंने डिपॉजिट रेट्स में कटौती शुरू कर दी है।
- भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने एक साल से 455 दिनों के डिपॉजिट रेट को घटाकर 6.90 फीसदी कर दिया है। उसने इसमें 0.15 फीसदी की कटौती की है। वहीं, बैंक ने 211 से एक साल के डिपॉजिट के लिए डिपॉजिट रेट को पहले के 7 फीसदी पर बनाए रखा है।
- यह उन लोगों के लिए अच्छी खबर नहीं है जो बैंकों में पैसे जमा करा रहे हैं, लेकिन इससे कुछ ही हफ्तों में लोन सस्ते होने लगेंगे। इससे इकनॉमी को बूस्ट मिलेगा, जिससे जीडीपी ग्रोथ बढ़ेगी।
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जल्द सस्ता हो सकता है लोन
- एचएसबीसीफाइनेंशियल सर्विस सेक्टर की कंपनी एचएसबीसी के मुताबिक महंगाई काबू में रहने और नोटबंदी के कारण कीमतें कम होने के अतिरिक्त दबाव की बदौलत RBI को ब्याज दरें 0.25 फीसदी और घटाने का मौका मिल सकता है।
- एचएसबीसी ने एक रिसर्च नोट में कहा, खुदरा और थोक महंगाई की दरें अनुकूल हैं। 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों को चलन से बाहर किए जाने से अगले साल महंगाई पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है।
- बड़े डिपॉजिट के बाद रिजर्व बैंक की लंबे समय से चली आ रही यह शिकायत भी दूर हो जाएगी कि बैंक उसके रेट कट का पूरा फायदा कस्टमर्स को नहीं दे रहे हैं।
तस्वीरों में देखिए नए नोट
Rs 500 and 1000
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SBI की चेयरमैन अरुंधति भट्टाचार्य ने कहा-सभी रेट्स कम होंगे
- SBI की चेयरमैन अरुंधति भट्टाचार्य ने कहा, सभी रेट्स कम होंगे। बैंकों के पास काफी डिपॉजिट आ रहा है, लेकिन लोन की मांग कम है। इसलिए कुछ समय बाद लोन की दरें कम होंगी।
सरकार को 30 दिसंबर तक 10 लाख करोड़ रुपए के डिपॉजिट की उम्मीद
- एक अनुमान के मुताबिक, इसके बाद से बैंकों के पास अब तक 4 लाख करोड़ रुपये का डिपॉजिट आ चुका है। यह कितनी बड़ी रकम है, इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से 30 दिसंबर तक 10 लाख करोड़ रुपये का डिपॉजिट बैंकों में आने की बात कही थी।
- एसबीआई और उसके सहयोगी बैंकों को बुधवार तक 1 लाख करोड़ रुपये का डिपॉजिट मिल चुका था। देश के बैंकिंग मार्केट के 25 पर्सेंट हिस्से पर एसबीआई और उसके सहयोगी बैंकों का कब्जा है।