नई दिल्ली। ब्रिटेन का एचएसबीसी बैंक जल्द ही 10 हजार लोगों को नौकरी से निकाल सकता है। दरअसल, एचएसबीसी होल्डिंग्स पीएलसी कास्ट-कटिंग पर काम कर रहा है, जिसमें 10,000 से अधिक नौकरियों के लिए खतरा बन सकता है। यह दावा फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट में किया गया है। हालांकि एसएसबीसी ने अब तक इस मामले पर कोई कमेंट करने से इनकार कर दिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक एचएसबीसी बैंकिंग लागत को कम करना चाहता है। इस महीने के आखिर तीसरी तिमाही के परिणामों की रिपोर्ट की घोषणा करने के दौरान एचएसबीसी नौकरी में कटौती की शुरुआत करने की घोषणा कर सकता है। एचएसबीसी सबसे पहले 4,700 नौकरियों में कटौती करेगा। वहीं, रिपोर्ट्स में बताया गया कि एचएसबीसी के एक प्रवक्ता ने नौकरियों की कटौती पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
अंतरिम सीईओ नोइल क्विन चाहते हैं कि पूरे बैंकिंग ग्रुप की लागत में कमी की जाए। हालांकि, रिपोर्ट के मुताबिक नौकरी से उन लोगों को पहले निकाला जाएगा जिनका वेतन अधिक है। बता दें कि क्विन को जॉन फ्लिंट के जाने के बाद अगस्त में अंतिरम सीईओ बनाया गया था। बैंक ने कहा था कि चुनौतीपूर्ण ग्लोबल माहौल को देखते हुए इस फैसले के लिए जाने की जरूरत थी। फ्लिंट का जाना चेयरमैन मार्क टुकर के साथ मतभेदों का परिणाम था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक पहले कटौती की घोषणा अगस्त में की गई थी, जब मुख्य कार्यकारी अधिकारी जॉन फ्लिंट 18 महीने बैंक का नेतृत्व करने के बाद अचानक चले गए। मालूम हो कि इससे पहले ब्रिटेन के बैंक एचएसबीसी ने उसके वैश्विक परिचालन में भारत स्थित कार्यालयों से मदद करने वाले 150 कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया था। बैंक ने कहा कि उसने वैश्विक स्तर पर अपने परिचालन को नये सिरे से व्यवस्थित करने की प्रक्रिया के तहत यह कदम उठाया है। इससे पहले जर्मनी के डॉयचे बैंक ने भी वैश्विक परिचालन में भारत से मदद करने वाले कर्मचारियों की छंटनी शुरू की थी। सूत्रों ने बताया कि वैश्विक स्तर पर एचएसबीसी के कर्मचारियों की संख्या 2.38 लाख है। वैश्विक परिचालन को नये सिरे से व्यवस्थित करने के उसके इस कदम से 150 से कम कर्मचारी प्रभावित हुए हैं। मुख्य रूप से पुणे और हैदराबाद में बैंक के मध्य प्रबंधन स्तर के कर्मचारियों को हटाया गया है।