ह्यूस्टन। अमेरिका की प्राकृतिक गैस कंपनी टेल्यूरियन और भारत की सबसे बड़ी तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) आयातक कंपनी पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड (पीएलएल) ने एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया, जिसके अंतर्गत पीएलएल और उसकी सहयोगी कंपनियां अमेरिका से 50 लाख टन तक एलएनजी आयात करेगी।
शनिवार को हुए समझौते में इक्विटी डील की शर्तों और परिमाण पर आगे की बातचीत होने के बाद टेल्यूरियन की ड्रिफ्टवुड प्रोजेक्ट में पीएलएल का इक्विटी निवेश भी होगा। यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शनिवार को अमेरिका की शीर्ष तेल कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) से मुलाकात करने के बाद की गई।
टेल्यूरियम की अध्यक्ष और सीईओ मेग जेंटल ने एक बयान में कहा, 'भारत की सबसे बड़ी एलएनजी आयातक पेट्रोनेट स्वच्छ सस्ती और विश्वसनीय प्राकृतिक गैस ड्रिफ्टवुड से भारत में उपलब्ध करा सकेगी। प्राकृतिक गैस के बढ़ते उपयोग के कारण भारत की प्रभावशाली आर्थिक प्रगति को गति मिलेगी, जो स्वच्छ वातावरण में योगदान देते हुए अगले पांच सालों में देश की अर्थव्यवस्था पांच लाख करोड़ डॉलर की बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्य में मदद मिलेगी।'
उन्होंने कहा, 'मोदी की उपस्थिति में पेट्रोनेट संग एमओयू पर हस्ताक्षर करना सम्मान की बात है। टेल्यूरियन पर हम ड्रिफ्टवुड प्रोजेक्ट में पेट्रोनेट के साथ लंबी और समृद्ध साझेदारी करने के लिए उत्साहित हैं।' एलएनजी पर सौदा आगे की बातचीत पर निर्भर है। टेल्यूरियन और पेट्रोनेट 31 मार्च, 2020 तक लेन-देन समझौते को अंतिम रूप देने का प्रयास करेंगी।