नई दिल्ली। आज से करीब 38 साल पहले चीन (China) की आर्थिक हालत भारत (India) के मुकाबले बेहद खराब थी। वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक चीन में भारत से 26 फीसदी अधिक गरीब थे, लेकिन 1978 के बाद चीन में तेजी से आर्थिक सुधार भारत के मुकाबले ज्यादा प्रभावी साबित हुए और 2015 में चीनी, भारतीयों के मुकाबले पांच गुना अधिक अमीर हो गए। वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक चीन में भूमि सुधार, शिक्षा व्यवस्था में विस्तार और जनसंख्या नियंत्रण पर उठाए कदमों ने चीन को दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना दिया।
38 साल पहले भारत से 26 फीसदी अधिक गरीब था चीन
- सन 1978 में जब चीन ने इकोनॉमिक रिफॉर्म्स की शुरुआत हुई थो उसकी प्रति व्यक्ति आय 155 अमेरिकी डॉलर थी जबकि भारत की प्रति व्यक्ति आय 210 डॉलर थी। मतलब, साल 1978 में चीन के लोग भारतीयों के मुकाबले औसतन 26% गरीब थे।
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भारत में 1991 से शुरू हुआ आर्थिक सुधारों का दौर
- भारत में आर्थिक सुधारों का सिलसिला 1991 में से शुरू हुआ है। उस दौरान चीनियों की प्रति व्यक्ति आय 331 डॉलर हो गई जबकि प्रति भारतीय की आय 309 डॉलर थी।
- 13 साल में चीन हमसे आगे निकल गया और उस समय चीनी भारतीयों के मुकाबले थोड़े धनी हो गए थे।
साल 2015 में चीन की प्रति व्यक्ति आय हुई भारत से पांच गुनी ज्यादा
- 1978 के बाद चीन में शुरू हुए इकोनॉमिक रिफॉर्म ने भारत को बहुत पीछे धकेल दिया।
- अब स्थिति यह है कि चीन हमसे बहुत आगे निकल चुका है।
- साल 2015 के आंकड़ों के मुताबिक चीन की प्रति व्यक्ति आय जहां 7,925 डॉलर थी, वहीं भारत की प्रति व्यक्ति आय महज 1,582 डॉलर थी।
25 साल में चीन की प्रति व्यक्ति आय 24 गुना बढ़ी
- कभी हमारी तुलना में गरीब रहे चीनी आज हमसे करीब 5 गुना अमीर हो गए हैं क्योंकि 1991 के बाद से हमारी प्रति व्यक्ति आय सिर्फ 5 गुना बढ़ी तो इस दौरान चीन की प्रति व्यक्ति आय में 24 गुना का बड़ा इजाफा हुआ।