सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन और इसकी दो छोटी प्रतिस्पर्द्धी कंपनियों भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम पेट्रोल और डीजल की कीमतों में प्रतिदिन बदलाव की योजना को लागू करने के रास्ते तलाशने में जुटी हैं। इन कंपनियों के अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी दी गई है।
सार्वजनिक क्षेत्र की इन कंपनियों ने इस पर कोई टिप्पणी करने से इनकार किया है। दैनिक कीमतों में बदलाव को डायनामिक फ्यूल प्राइसिंग कहा जा रहा है। इसका सीधा मतलब है कि क्रूड ऑयल की कीमतों के अनुरूप पेट्रोल और डीजल की कीमतों को एडजस्ट करने के लिए कंपनियों को 15 दिन तक इंतजार नहीं करना होगा, जैसा कि अभी वह करती हैं।
नई योजना लागू होने से कंपनियां क्रूड ऑयल की कीमतों में उतार-चढ़ाव के हिसाब से प्रतिदिन कीमतों में बदलाव कर पाएंगी। यह भारत को फ्यूल प्राइसिंग के अंतरराष्ट्रीय मानक को अपनाने में मददगार होगा। एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेस के विश्लेषक धवल जोशी का कहना है कि 15 दिन की अवधि में करेंसी और क्रूड मूवमेंट के कारण कंपनियों को जो घाटा होता है, यह कदम उन्हें इससे बचाएगा और उनके मार्जिन्स को और अधिक अनुमान लगाने योग्य बनाएगा।
सरकारी तेल कंपनियों के इस कदम से प्राइवेट कंपनियों एस्सार ऑयल और रिलायंस इंडस्ट्रीज भी डायनामिक मॉडल को अपना सकेंगी, जो कि अभी सरकारी कंपनियों द्वारा तय किए जाने वाली कीमतों का ही पालन करती हैं।