नई दिल्ली। देश के नौ प्रमुख शहरों में वर्ष 2018 की पहली तिमाही (जनवरी- मार्च) में इससे पिछली तिमाही की तुलना में घरों की कीमत औसतन सात प्रतिशत कम हुई है। रियल स्टेट शोध एवं विश्लेषण कंपनी प्रॉपइक्विटी के अनुसार घरों की मांग कम रहने की वजह से डेवलपर्स दाम घटा कर अपने गैर बिके मकानों की बिक्री बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं।
मार्च तिमाही के दौरान बिना बिके फ्लैटों की संख्या दो प्रतिशत घटकर 5,95,074 इकाई पर आ गई, जो इससे पिछली तिमाही में 6,08,949 इकाई थी। चालू कैलेंडर वर्ष की पहली तिमाही के दौरान घरों की बिक्री आठ प्रतिशत बढ़कर 40,694 इकाई पर पहुंच गई, जो इससे पिछली तिमाही में 37,555 इकाई थी। इस रिपोर्ट में शामिल किए गए नौ शहरों में गुरुग्राम, नोएडा, मुंबई, कोलकाता, पुणे, हैदराबाद, बेंगलुरु, ठाणे और चेन्नई हैं।
तिमाही के दौरान औसतन कीमत सात प्रतिशत घटकर 6,762 रुपए प्रति वर्गफुट से घटकर 6,260 रुपए प्रति वर्गफुट रह गई। समीक्षाधीन अवधि में नए घरों की पेशकश 48 प्रतिशत बढ़कर 17,550 इकाई से 25,970 इकाई पर पहुंच गई।
प्रॉपइक्विटी के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी समीर जसूजा ने कहा कि हमारा अनुमान है कि पहली तिमाही से रियल्टी बाजार में स्थिरता आनी शुरू होगी। पहली तिमाही में नए मकानों की पेशकश बढ़ी है। आगे भी यह रुख जारी रहने की उम्मीद है। डेवलपर्स मध्यम और सस्ते मकानों के सेगमेंट पर अधिक ध्यान देंगे।