वाशिंगटन। अमेरिका में औसत 1,23,700 डॉलर की पारिवारिक आय और 79 प्रतिशत स्नातकों के साथ धन और कॉलेज शिक्षा के मामले में अमेरिका में भारतीय अन्य समुदायों की तुलना में सबसे आगे हैं। नवीनतम जनगणना आंकड़ों के हवाले से एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। न्यूयॉर्क टाइम्स के जनगणना के आंकड़ों के विश्लेषण के अनुसार अमेरिका में एशियाई लोगों के रूप में पहचाने जाने वाले लोगों की संख्या पिछले तीन दशकों में लगभग तीन गुना हो गई है।
एशियाई अब अमेरिका के चार सबसे बड़े नस्लीय और जातीय समूहों में सबसे तेजी से बढ़ रहे हैं। अमेरिका में वर्तमान में लगभग 40 लाख भारतीय रहते हैं। जिनमें से 16 लाख के पास वीजा है, 14 लाख स्वाभाविक निवासी हैं और दस लाख अमेरिकी में जन्में निवासी हैं। रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में भारतीयों की औसत पारिवारिक आय 1,23,700 अमेरिकी डॉलर है, जो कि देश की औसतन 63,922 डॉलर आय से लगभग दोगुनी है। वही अमेरिका में रह रहे कुल भारतीयों में से 79 प्रतिशत स्नातक की पढ़ाई कर चुके हैं। वही देश में यह औसत 34 प्रतिशत है।
भारतीय, अमेरिका में अन्य एशियाई समूहों से औसत पारिवारिक आय वर्ग में भी काफी आगे हैं। ताइवानी 97,129 डॉलर के साथ दूसरे और फिलीपीनी 95,000 डॉलर की औसत पारिवारिक आय के साथ तीसरे स्थान पर हैं। राष्ट्रीय स्तर पर 33 प्रतिशत की तुलना में केवल 14 प्रतिशत भारतीयों ने औसत घरेलू आय 40,000 डॉलर से कम की जानकारी दी। रिपोर्ट में कहा गया, कि भारतीय मूल के लोग कम्प्यूटर विज्ञान, वित्तीय प्रबंधन और चिकित्सा सहित कई उच्च वेतन वाले क्षेत्रों में नौकरियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रखते हैं। अमेरिका में नौ प्रतिशत डॉक्टर भारतीय मूल के हैं और उनमें से आधे से अधिक प्रवासी हैं।
अप्रैल-जून तिमाही में अमेरिका की GDP वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत रही
अमेरिकी अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर अप्रैल-जून तिमाही में सालाना आधार पर 6.6 प्रतिशत रही। यह पूर्व के अनुमान से थोड़ा अधिक है। अमेरिकी सरकार ने गुरुवार को एक रिपोर्ट में कहा कि इससे पहले सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर अप्रैल-जून में 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया था। वाणिज्य विभाग की रिपोर्ट में कहा गया है कि उपभोक्ता मांग की अगुवाई में अर्थव्यवस्था महामारी के कारण उत्पन्न मंदी से बाहर आ रही है। हालांकि, कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट से नरमी को लेकर चिंता बढ़ रही है।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर इस साल जनवरी-मार्च तिमाही में सालाना आधार पर 6.3 प्रतिशत रही थी। हाल के सप्ताह में कई अर्थशास्त्रियों ने इस तिमाही और पूरे साल 2021 के लिए आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को घटाया है। इसका कारण देश में डेल्टा स्वरूप का फैलना और संक्रमण के मामलों में तेजी आना है। अमेरिका में संक्रमण के नए मामले बढ़कर 1,50,000 दैनिक पहुंच गए हैं। यह जनवरी के बाद से सबसे ज्यादा है।
नए वेरिएंट के फैलने से हवाई यात्रा और होटल एवं रेस्तरां में खान-पान जैसी उपभोक्ता गतिविधियां कम हुई हैं। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए गोल्डमैन सैक्श ने मौजूदा तिमाही जुलाई-सितंबर के लिए आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 9 प्रतिशत से घटाकर 5.5 प्रतिशत कर दिया है।
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