नयी दिल्ली। होटल उद्योग ने होटल कमरों पर लगने वाली जीएसटी दर में कटौती का स्वागत करते हुए कहा कि यह सही दिशा में उठाया गया कदम है। इससे होटल एवं पर्यटन क्षेत्र को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को जीएसटी परिषद ने 1000 रुपए किराये वाले होटल कमरों पर जीएसटी शून्य कर दिया है। इसके बाद 1001 से 7,500 रुपए तक के कमरों पर जीएसटी को 18 प्रतिशत से घटाकर 12 प्रतिशत कर दिया गया है। इसी प्रकार, 7,500 रुपए से ऊपर के कमरों पर जीएसटी को 28 से घटाकर 18 प्रतिशत किया गया है। साथ ही आउटडोर कैटरिंग (पार्टी के लिए बाहर खाने-पीने की व्यवस्था) पर कर की दर को इनपुट टैक्स क्रेडिट के साथ 18 प्रतिशत से कम करके पांच प्रतिशत पर लाया गया है।
इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (आईएचसीएल) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी पुनीत चटवाल ने कहा कि कंपनी कर की दरों में कटौती और जीएसटी दरों को तर्कसंगत बनाना सही दिशा में उठाए गए कदम हैं। चटवाल ने कहा कि ये कदम होटल क्षेत्र को बहुत अधिक बढ़ावा देंगे। हम उम्मीद कर रहे हैं कि यह पर्यटकों की संख्या को बढ़ाने में भी मदद करेगा। इसका सकारात्मक असर हमारी बुकिंग पर नजर आएगा।
शांग्री-ला समूह के कार्यकारी उपाध्यक्ष (पश्चिमी एशिया, भारत एवं हिंद महासागर) जॉन नॉर्थन ने भी इसी तरह का विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार की इस सकारात्मक पहल का हम स्वागत करते हैं। आलीशान और महंगे होटल क्षेत्र के लिए जीएसटी दरों में कटौती से राजस्व बढ़ेगा और यात्रियों के बीच मांग में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि यह कदम पर्यटक स्थल के रूप में भारत की स्थिति को मजबूत करेगा। इस कदम से देश की जीडीपी और विदेशी मुद्रा भंडार में होटल क्षेत्र का योगदान बढ़ेगा।