उन्होंने यहां ब्राडबैंड इंडिया फोरम कार्यक्रम के अवसर पर कहा, मुझे पूरा भरोसा है कि अमेरिकी सरकार जब भी समीक्षा करेगी वह भारतीय कंपनियों द्वारा किए गए मूल्यवर्धन को ध्यान में रखेगी। उन्होंने कहा कि कुल अमेरिकी वीजा में से केवल 17 प्रतिशत ही भारतीय कंपनियों को दिया जाता है जबकि भारतीय कंपनियों की सेवाओं का लाभ बड़ी संख्या में अमेरिकी कंपनियों को मिलता है।