मुंबई। होंडा कार्स ने नई एसेंबली लाइन स्थापित करने के लिए गुजरात में 380 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया है। हालांकि उसके दो मौजूदा कारखाने 2.40 लाख इकाइयों की स्थापित क्षमता से आधे पर काम कर रहे हैं। इसका कारण कंपनी की बिक्री में 25 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आना है।
होंडा की दिल्ली के समीप ग्रेटर नोएडा और राजस्थान के टपूकरा में एसेंबली इकाई हैं। दोनों कारखानों की स्थापित क्षमता 2.40 लाख इकाई है। लेकिन 2016 में उसकी बिक्री 2015 के मुकाबले 25.3 प्रतिशत घटकर 1,58,658 इकाई रही।
- वर्ष 2015 में कंपनी ने 2,12,372 इकाई बेची थीं। इससे कंपनी की बाजार हिस्सेदारी कम होकर चौथे से सातवें स्थान पर आ गई।
- कंपनी ने पूर्व में 2017 में 3,00,000 लाख कारों की बिक्री का लक्ष्य रखा था लेकिन स्थिति को देखते हुए इस लक्ष्य को पूरा करना मुश्किल है।
होंडा कार्स इंडिया के मुख्य कार्यकारी योचिरो उनो ने कहा,
हमने गुजरात के विट्ठलपुर में 380 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया है। हालांकि फिलहाल हमारी वहां संयंत्र लगाने की योजना नहीं है। हमने जमीन खरीदी है ताकि जब भी हम तीसरे संयंत्र को अंतिम रूप दें तो हमारे पास पहले से जमीन हो।
- उन्होंने कहा कि उन्हें भारत में दीर्घकालीन संभावना को लेकर पूरा भरोसा है और इसी आधार पर यह कदम उठाया है। हम इस बाजार को लेकर प्रतिबद्ध हैं।
- हालांकि उनो ने जमीन के लिए दी गई कीमत के बारे में कुछ भी बताने से मना कर दिया।
- लेकिन कंपनी सूत्रों के अनुसार कंपनी ने जमीन के लिए करीब 1,000 करोड़ रुपए का भुगतान किया है।