नई दिल्ली। आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश और पूरी दुनिया की नजर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री के भाषण पर लगी हुई थी, और जब प्रधानमंत्री ने भाषण दिया तो न सिर्फ अपने पूरे कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाई बल्कि पिछली सरकारी की खामियों का भी जिक्र किया। पीएम मोदी के भाषण का मुख्य आकर्षण प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की शुरुआत है जिसके तहत देश की करीब 50 करोड़ आबादी तक 5 लाख रुपए तक का स्वास्थ बीमा पहुंचाया जाएगा। प्रधानमंत्री के भाषण के मुख्य अंश इस तरह से हैं।
1. 25 सितंबर को लॉन्च होगी प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना
पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान शुरू करने की घोषणा की है जिसे 25 सितंबर से देशभर स्वास्थ्य बीमा योजना की को लागू किया जाएगा। इस योजना के तहत देश के 10 करोड़ परिवारों यानि लगभग 50 करोड़ आबादी को 5 लाख रुपए तक का स्वास्थय बीमा दिया जाएगा।
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2. 2022 से पहले अंतरिक्ष में जाएंगे भारत के अंतरिक्ष यात्री
प्रधानमंत्री ने अंतरिक्ष में भारत की सफलता को लेकर एक और खुशखबरी दी। उन्होंने कहा कि 2022 में भारत आजादी के 75वें वर्ष को मना रहा होगा तो उससे पहले ही भारत अंतरिक्ष में तिरंगा लेते हुए जा रहा होगा। उन्होंने बताया कि यह कारनामा करने वाला भारत दुनिया का चौथा देश होगा।
3. 13 करोड़ लोगों को दिए मुद्रा लोन
प्रधानमंत्री मोदी ने बेरोजगारी को लेकर उनकी सरकार से पूछे जा रहे सवालों का भी जवाब दिया, उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने मुद्रा योजना के तहत देशभर में लगभग 13 करोड़ लोन दिए हैं और इनमें करीब 4 करोड़ युवा ऐसे हैं जिन्होंने पहली बार किसी तरह का लोन लिया है। यह अपने आप में बदलते हिंदुस्तान की गवाही दे रहा है।
4. फसलों का समर्थन मूल्य लागत का डेढ़ गुना किया
प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए हाल में उठाए गए कदमों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि देश का किसान लंबे समय से कृषि फसल की लागत का डेढ़ गुना मूल्य मांग रहा था लेकिन पिछली सरकारों ने ऐसा नहीं किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने हिम्मत दिखाकर खरीफ फसलों के समर्थन मूल्य को लागत का डेढ़ गुना घोषित किया है।
5. सैनिकों के लिए वन रैंक वन पेंशन लागू किया
प्रधानमंत्री मोदी ने देश के सैनिकों के लिए उठाए गए कदमों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि देश का सैनिक लगभग 4 दसक से वन रैंक वन पेंशन की मांग कर रहा था लेकिन पिछली सरकारें इसपर ध्यान नहीं दे रही थी। पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने सैनिकों की इस मांग को पूरा करने की हिम्मत दिखाई है।
6. देश में अब तेजी से हो रहा है ब्राडबैंड का विस्तार
देश में 2013 तक जिस गति से ब्राडबैंड सेवा का विस्तार हो रहा था उसपर भी प्रधानमंत्री ने सवाल उठाए और कहा कि अगर उसी गति से ऑप्टिकल फाइबर का विस्तार होता रहता तो 100 साल तक काम पूरा नहीं होता लेकिन उनकी सरकार ने इसको जल्द से जल्द पूरा करने के लिए कदम उठाए हैं।
7. 90000 करोड़ रुपए की सब्सिडी बचाई
प्रधानमंत्री मोदी ने पिछली सरकारों के समय लीक होती सरकारी सब्सिडी को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा करीब 6 करोड़ लोग ऐसे थे जो पैदा ही नहीं हुए लेकिन सरकारी सब्सिडी का लाभ ले रहे थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने इस लीकेज को रोकने के लिए कदम उठाए और इससे सरकार के लगभग 90000 करोड़ रुपए बचे हैं।
8. 4 साल में करीब दोगुना हुई इनकम टैक्स देने वालों की संख्या
प्रधानमंत्री ने 72वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्र को संबोधित करते हुये कहा, ‘‘वर्ष 2013 से पहले तक प्रत्यक्ष कर देने वालों की संख्या जहां 4 करोड़ से भी कम थी वहीं आज यह संख्या करीब दोगुनी होकर पौने 7 करोड़ तक पहुंच गई। वहीं अप्रत्यक्ष कर के दायरे में आने वाले कारोबारियों, व्यापारियों और उद्यमियों की संख्या पिछले 70 साल में जहां 70 लाख के आंकड़े तक पहुंची थी वहीं माल एवं सेवाकर (GST) लागू होने के एक साल में ही यह 1.16 करोड़ तक पहुंच गई।’’ उन्होंने इस मौके पर ईमानदारी से कर चुकाने वालों की सराहना भी की।
9. भारत बना आकर्षक निवेश गंतव्य
मोदी ने कहा कि पिछले चार साल में उनकी सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने का काम किया है। सरकार ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया कि कृषि क्षेत्र में भी अर्थव्यवस्था के दूसरे क्षेत्रों के बराबर वृद्धि हो। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले भारत को नीतिगत शिथिलता और निर्णय में लेटलतीफी वाला देश माना जाता था। भारत की गिनती दुनिया की पांच कमजोर उभरती अर्थव्यवस्थाओं में होती थी लेकिन आज यह अरबों डालर के आकर्षक निवेश गंतव्य के रूप में अपनी जगह बना चुका है। स्थिति पूरी तरह बदल गयी है।
10. दुनिया की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था भारत
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को जोखिम वाली अर्थव्यवस्था के बजाय आज ‘‘सुधार, प्रदर्शन और रूपांतरण’’ वाली धरती के रूप में देखा जाता है।’’ हम रिकार्ड आर्थिक वृद्धि हासिल करने की दिशा में अग्रसर हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब दुनिया में छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। उद्यमी जहां पहले यहां लाल फीताशाही और नीतिगत अपंगता की बात करते थे वहीं अब वे लाल कालीन और कारोबार सुगमता रैंकिंग में सुधार की बात करते हैं।