नई दिल्ली। पेट्रोल में इथनॉल मिलाकर उसकी कीमत कम करने और प्रदूषण को काबू में करने की योजना को इस साल बढ़ावा मिल सकता है। इस साल पेट्रोल में इथनॉल की ब्लेंडिंग रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचने की उम्मीद बढ़ गई है। इंडियन शुगर मिल एसोसिएशन (ISMA) की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने 2017-18 में इथनॉल की आपूर्ति के लिए जो आवेदन मांगे हैं उसके तहत शुगर कंपनियों और इथनॉल बनाने वाली कंपनियों ने अबतक 155 करोड़ लीटर इथनॉल की सप्लाई के लिए अपनी निविदा सौंप दी है।
शुगर और इथनॉल बनाने वाली कंपनियों की तरफ से 155 करोड़ लीटर इथनॉल की सप्लाई ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को अबतक की सबसे अधिक सप्लाई होगी। पेट्रोल की लागत कम करने के साथ प्रदूषण कम करने के लिए इसमें इथनॉल मिलाने की जो योजना तैयार की गई है उसके तहत पेट्रोल में 10 फीसदी इथनॉल मिलाने की सिफारिश की गई है। इसके तहत सालभर में करीब 313 करोड़ लीटर इथनॉल की जरूरत होगी, यानि चीनी कंपनियों के साथ इथनॉल कंपनियों ने जिस 155 करोड़ लीटर की सप्लाई करने की बात कही है वह जरूरत का करीब 50 फीसदी होगा।
ISMA के मुताबिक चीनी और इथनॉल बनाने वाली कंपनियों ने जिस 155 लीटर इथनॉल की सप्लाई की निविदा सौंपी है उसमें से 113 लीटर की सप्लाई को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इससे पहले 2015-16 में 111 लीटर इथनॉल की ब्लेंडिंग की गई थी जो अबतक का रिकॉर्ड है। पिछले साल यानि 2016-17 में ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने सिर्फ 66 करोड़ लीटर इथनॉल उठाया था।
लेकिन इस साल इथनॉल की खरीद के लिए सरकार ज्यादा सक्रिय नजर आ रही है साथ में इथनॉल के खरीद भाव में भी 5 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है, इसके अलावा गन्ने की ज्यादा उपलब्धता की वजह से इथनॉल उत्पादन भी बढ़ने का अनुमान है, इस वजह से चीनी और इथनॉल बनाने वाली कंपनियां ज्यादा मात्रा में इसकी सप्लाई करने के लिए आगे आई हैं। सरकार ने इस साल इथनॉल के लिए 40.85 रुपए प्रति लीटर का भाव तय किया हुआ है, ऐसे में 113 करोड़ लीटर से इंडस्ट्री को करीब 4500 करोड़ रुपए मिलने की संभावना जताई जा रही है। कुल 113 करोड़ लीटर में से उत्तर प्रदेश 44.3 करोड़ लीटर, महाराष्ट्र 40.3 करोड़ लीटर की सप्लाई करेगा, हालांकि उत्तर प्रदेश ने कुल 75.9 करोड़ लीटर और महाराष्ट्र ने 50.4 करोड़ लीटर की सप्लाई के लिए निविदा दी है।