मुंबई। तेल उत्पादों से ऊंचे उत्पाद शुल्क संग्रहण के चलते मुंबई केंद्रीय उत्पाद शुल्क क्षेत्र का राजस्व संग्रहण वित्त वर्ष 2017 में 27 प्रतिशत बढ़कर 63,190 करोड़ रुपए रहा, जो कि एक साल पहले 49,896 करोड़ रुपए था।
मुख्य आयुक्त केंद्रीय उत्पाद शुल्क एस सी वार्ष्णेय ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय उत्पाद शुल्क विभाग का राजस्व संग्रहण 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष में 27 प्रतिशत बढ़कर 63,190 करोड़ रुपए रहा, जो कि एक साल पहले 49,896 करोड़ रुपए था। उन्होंने कहा कि राजस्व में इस बढ़ोतरी की प्रमुख वजह आलोच्य अवधि में डीजल व पेट्रोल पर ऊंचा शुल्क है।
प्रमुख तेल कंपनी बीपीसीएल व एचीपीएल से राजस्व संग्रहण आलोच्य अवधि में 32,629 करोड़ रुपए रहा, जो कि एक साल पहले 23,939 करोड़ रुपए था। इसी तरह आलोच्य अवधि में सीमेंट कंपनी एसीसी द्वारा राजस्व भुगतान 25 प्रतिशत बढ़कर 1148 करोड़ रुपए, सिगरेट कंपनी गॉडफ्रे फिलिप्स द्वारा राजस्व भुगतान 9 प्रतिशत बढ़कर 818 करोड़ रुपए रहा। उल्लेखनीय है कि मुंबई केंद्रीय उत्पाद शुल्क परिमंडल को 2017 वित्त वर्ष के लिए 62,100 करोड़ रुपए का संशोधित राजस्व लक्ष्य दिया गया था।
बीएचईएल को सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए रेलवे से मिला ऑर्डर
सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली उपकरण बनाने वाली कंपनी बीएचईएल को भारतीय रेलवे से दो मेगावाट की क्षमता का एक सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने का ऑर्डर मिला है। यह संयंत्र छत पर लगाई जाने वाली फोटोवोल्टिक प्रणाली का होगा और इसे पटियाला में डीजल लोकोमोटिव मॉडर्नाइजेशन वर्क्स में स्थापित किया जाएगा।
इस संबंध में बीएचईएल और इंडियन रेलवेज ऑर्गेनाइजेशन फॉर अल्टरनेट फ्यूल्स (आईआरओएएफ) के बीच समझौता हुआ है।
बीएचईएल ने एक बयान में बताया कि इसके तहत वह सभी बुनियादी निर्माण कामकाज से लेकर इस संयंत्र में उपयोग होने वाले सभी इलैक्ट्रिकल और सहायक उपकरणों की आपूर्ति, डिजाइन, लगाना, परीक्षण करना और इसे ग्रिड से जोड़कर चालू करने वाले सभी काम करेगी।