मुंबई। देश में निजी क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक ने अपनी मानक ब्याज दर 0.90 प्रतिशत तक कम कर दी। इसके साथ ही एचडीएफसी बैंक भी करीब एक दर्जन बैंकों और आवास वित्त कंपनियों द्वारा ब्याज दरों में कटौती की पहल में शामिल हो गया। बैंक की संपत्ति देनदारी समिति ने विभिन्न परिपक्वता अवधि के लिये कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर में (एमसीएलआर) 0.75 प्रतिशत से 0.90 प्रतिशत तक कमी का आज फैसला किया।
एचडीएफसी बैंक के कार्यकारी निदेशक कैजाद भरूचा ने इसकी पुष्टि की और कहा कि इसका कारण नोटबंदी के बाद बैंकों में भारी मात्रा में नकदी की उपलब्धता होना है। उन्होंने कहा, नकदी की स्थिति के आधार पर दरों का आकलन किया गया है। कर्जदाताओं को इसका पूरा लाभ दिया गया है। नई दरें सात जनवरी से प्रभावी होंगी।
- आईडीबीआई बैंक और स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर ने 2016 के अंतिम सप्ताह में ही ब्याज दर में कटौती की घोषणा की थी।
- लेकिन एसबीआई द्वारा रविवार को ब्याज दर में 0.90 प्रतिशत की कटौती के बाद अन्य बैंकों ने भी इस दिशा में कदम उठाए।
- नए साल की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बैंकों को गरीबों और पिछड़े तबकों को मदद करने के लिये कहे जाने के एक दिन बाद स्टेट बैंक तथा अन्य बैंकों ने यह कदम उठाया।
तस्वीरों में देखिए अब इन छोटी जगहों पर भी हो रहा है Paytm का इस्तेमाल
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लोन पर देना होगा कम ब्याज
- एचडीएफसी बैंक का एक साल के लिए एमसीएलआर 0.75 प्रतिशत कम होकर 8.15 प्रतिशत पर आ गया है।
- जबकि स्टेट बैंक में यह 8.0 प्रतिशत और आईसीआईसीआई बैंक का 8.20 प्रतिशत है।
- एक दिन के लिए एमसीएलआर 0.85 प्रतिशत कम कर 7.85 प्रतिशत रह गई है।
- तीन महीने की अवधि के लिये एमसीएलआर सर्वाधिक 0.90 प्रतिशत कम कर 7.90 प्रतिशत पर आ गया है।