नई दिल्ली। भारत की चौथी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सर्विस प्रदाता एचसीएल टेक्नोलॉजी ने सोमवार को वित्त वर्ष 2015-16 के लिए अपनी पहली तिमाही के वित्तीय नतीजों की घोषणा की। जुलाई-सितंबर तिमाही में एचसीएल टेक का कंसोलीडेटेड नेट प्रॉफिट 2.7 फीसदी घटकर 1823 करोड़ रुपए रहा है। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 1873 करोड़ रुपए था। कंपनी का वित्त वर्ष जुलाई से जून होता है। कमजोर नतीजों के बावजूद एचसीएल ने अपने निवेशकों को पांच रुपए फेस वैल्यू वाले प्रति शेयर पर दो रुपए का डिवीडेंड देने की घोषणा की है।
एचसीएल ने पहले ही सितंबर तिमाही के नतीजे कमजोर रहने की घोषणा की थी। कंपनी ने कहा था कि करेंसी के विपरीत प्रभाव और कुछ विशेष क्लाइंट्स के मुद्दों को लेकर सितंबर तिमाही के नतीजे उम्मीद से कमजोर रह सकते हैं।
जुलाई-सितंबर 2015 तिमाही में बिना समयोजन के कंपनी का कुल रेवेन्यू 1726 करोड़ रुपए रहा है। डॉलर टर्म में कंपनी का नेट प्रॉफिट 9.3 फीसदी घटकर 27.85 करोड़ डॉलर (पूर्व-समायोजन) रहा है, जो पिछले साल की समान तिमाही में 30.72 करोड़ डॉलर था। इसी तरह रेवेन्यू 7.7 फीसदी बढ़कर 1.54 अरब डॉलर रहा, जो कि पिछले साल की समान तिमाही में 1.43 अरब डॉलर था।
एचसीएल टेक्नोलॉजी के सीईओ अनंत गुप्ता ने कहा कि कंपनी ने अपने वित्त वर्ष की शुरुआत मजबूत परिणामों के साथ की है, कंपनी की एलटीएम रेवेन्यू ग्रोथ सालाना आधार पर 15 फीसदी रही है। उन्होंने कहा कि डिजिटल के अलावा नेक्स्ट-जेन आईटीओ और इंटरनेट ऑफ थिंग्स में हमारा इन्वेस्टमेंट यह दर्शाता है कि कंपनी की बुकिंग हेल्थी है और उसके पास पाइपलाइन में कई डील हैं।
यूरोप के रेवेन्यू में सालाना आधार पर 18.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि अमेरिका के रेवेन्यू में इस तिमाही के दौरान 12.3 फीसदी की बढ़ोत्तरी आई है। कंपनी के लाइफसाइंस और हेल्थकेयर सेगमेंट में सबसे ज्यादा 40.5 फीसदी की ग्रोथ आई है। इसके बाद टेलीकम्यूनिकेशन, मीडिया, पब्लिशिंग और एंटरटेनमेंट की ग्रोथ 23.2 फीसदी, रिटेल और सीपीजी की 6.6 फीसदी, पब्लिक सर्विसेस की 22 फीसदी, मैन्युफैक्चरिंग की 12.7 फीसदी और फाइनेंशियल सर्विसेस की ग्रोथ 7.7 फीसदी रही है।
सितंबर तिमाही में एचसीएल टेक्नोलॉजी से 536 कर्मचारियों ने नौकरी छोड़ी है और इसके बाद एचसीएल के कुल कर्मचारियों की संख्या 1,05,571 है।
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