नई दिल्ली। इलेक्ट्रिकल सामान बेचने वाली कंपनी हैवल्स इंडिया का एकल शुद्ध लाभ 31 मार्च को समाप्त चौथी तिमाही में तीन गुना होकर 366.49 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। कंपनी ने इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 121.85 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था। बंबई शेयर बाजार को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान एकल आधार पर उसकी शुद्ध बिक्री 9.23 फीसदी बढ़कर 1,463.36 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,339.69 करोड़ रुपए थी।
हैवल्स इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अनिल राय गुप्ता ने कहा, मार्च तिमाही का प्रदर्शन राजस्व तथा मुनाफे के मोर्चे पर सकारात्मक रुख दर्शाता है। हमने कई ढांचागत फैसले क्रियान्वित किए हैं, जिनसे आगे चलकर वृद्धि को प्रोत्साहन मिलेगा। पूरे 2015-16 के वित्त वर्ष में कंपनी का शुद्ध लाभ 53.85 फीसदी बढ़कर 715.35 करोड़ रुपए रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 464.94 करोड़ रुपए रहा था। वित्त वर्ष के दौरान कंपनी की शुद्ध बिक्री 3.83 फीसदी चढ़कर 5,395.14 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 5,196.08 करोड़ रुपए रही थी।
यह भी पढ़े- विदेश से इलेक्ट्रॉनिक आइटम और ज्वैलरी लाना हुआ महंगा, एक साल बाद घर लौटने पर देना होगा 15 फीसदी टैक्स
इंडियन बैंक का मुनाफा चौथी तिमाही में 59 फीसदी घटकर 84 करोड़ रुपए
सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन बैंक का मुनाफा मार्च तिमाही के दौरान एनपीए और आपात स्थितियों के लिए अधिक पूंजी प्रावधान किए जाने की वजह से 59 फीसदी गिरकर 84.49 करोड़ रुपए रह गया। बैंक का मुनाफा पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 206.16 करोड़ रुपए था। बैंक ने कहा, मार्च में समाप्त तिमाही के दौरान बैंक की कुल आय बढ़कर 4,513.60 करोड़ रुपए रही, जो पिछले साल इसी अवधि में 4,410.49 करोड़ रुपए थी।
चौथी तिमाही में एनपीए और आपात जरूरतों के लिए पूंजी प्रावधान बढ़कर 813.58 करोड़ रुपए हो गया, जो पिछले साल इसी अवधि में 562.57 करोड़ रुपए था। बैंक का सकल एनपीए मार्च तिमाही में ऋण के मुकाबले बढ़कर 6.66 फीसदी हो गया, जो पिछले साल इसी तिमाही में 4.40 फीसदी था। पूरे वित्त वर्ष में इंडियन बैंक का शुद्ध मुनाफा 29.2 फीसदी बढ़कर 711.38 करोड़ रुपए रहा, जो पिछले वित्त वर्ष के दौरान 1,005.17 करोड़ रुपए रहा था।
यह भी पढ़े- भारत की रेटिंग है ज्यादा जोखिम भरी, विदेशी बैंक नहीं खोल रहे हैं देश में नई शाखाएं