नई दिल्ली। उपभोक्ता इलेक्ट्रिकल सामान कंपनी हैवेल्स रेफ्रिजरेटर बाजार में उतर गई है। कंपनी ने गुरुवार को अपनी टिकाऊ उपभोक्ता सामान इकाई लॉयड के जरिये देश के रेफ्रिजरेटर बाजार में उतरने की घोषणा की है। इस कदम के साथ लॉयड एक पूर्ण टिकाऊ उपभोक्ता सामान ब्रांड बन जाएगा। यह ब्रांड पहले से एयर-कंडीशनर, एलईडी टीवी और वॉशिंग मशीन खंड में मौजूद है।
कंपनी ने बयान में कहा कि उसने 25 नए इन्वर्टर प्रौद्योगिकी आधारित डायरेक्ट कूल (डीसी), फ्रॉस्ट-फ्री और साइड-बाय-साइड रेफ्रिजरेटर मॉडल पेश किए हैं। कंपनी का इरादा दिवाली तक 25 और नए मॉडल उतारने का है। इसके अलावा लॉयड की योजना नवंबर में डिशवॉशर खंड में भी उतरने की है। लॉकडाउन के दौरान लोग अपने घर से काम कर रहे हैं। ऐसे में डिशवॉशर जैसे उत्पादों की मांग बढ़ी है।
लॉयड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शशि अरोड़ा ने कहा कि आज हम डीसी, साइड-बाय-साइड, फ्रॉस्ट फ्री रेफ्रिजरेटर की श्रृंखला पेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया पहल के अनुरूप कंपनी अपने रेफ्रिजरेटर की समूची श्रृंखला का उत्पादन भारत में ही करेगी।
लॉयड के रेफ्रिजरेटर 190 से 587 लीटर क्षमता में उपलब्ध होंगे। इन मॉडलों की शुरुआती कीमत 10,000 रुपए से 84,990 रुपए होगी। इनमें ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) के 2020 रेटिंग नियमों का अनुपालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एसी के बाजार में लॉयड शीर्ष तीन ब्रांड में है। हैवेल्स ने मई, 2017 में लॉयड का अधिग्रहण किया था।