लंदन। अपनी टिप्पणियों को लेकर एक के बाद एक विवादों में घिरे रहने वाले रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि उनके आसपास पहले से काफी बारूद फैला है जिससे उन्हें निपटना है और वह इसमें और इजाफा नहीं चाहते। विभिन्न मुद्दों पर खरी-खरी कहने वाले राजन ने हाल में भारतीय अर्थव्यवस्था को अंधों में काना राजा बताया था जिसको लेकर काफी विवाद हुआ था। इससे पहले असहिष्णुता और कई अन्य मुद्दों पर भी उनके बयान को लेकर विवाद खड़ा हुआ था। राजन का रिजर्व बैंक के गवर्नर के रूप में तीन साल का कार्यकाल इस साल सितंबर में पूरा हो रहा है।
अपने आसपास और बारूद नहीं चाहते: राजन
लंदन के शिकागो बूथ स्कूल में एक परिचर्चा में राजन से जब ब्रिग्जिट के बारे में पूछा गया तो उनका जवाब था कि वह अपने आसपास और माइनफील्ड (बारूद) नहीं चाहते। उनसे यह पूछा गया कि जो लोग यूरोपीय संघ छोड़ना चाहते हैं वे कई बार भारत का उदाहरण देते हैं और कहते हैं कि इस क्षेत्रीय समूह से हटने पर उसके (भारत के) साथ ब्रिटेन का व्यापार काफी तेजी से बढ़ सकता है। इस पर राजन ने जवाब दिया कि आपने मुझे ब्रिग्टिज का सवाल इस तरीके से पूछा है जिसका संभवत: मैं जवाब दे सकता हूं। उनकी इस बात पर वहां उपस्थित लोगों ने जोरदार ठहाका लगाया। उन्होंने इसके जवाब में कहा कि मेरी बातों पर पहले ही काफी विवाद हो चुका है और मैं और विवाद नहीं चाहता।
भारत में कर रिटर्न दाखिल करना अमेरिका से भी आसान
राजन ने कहा कि उन्होंने पाया कि भारत में अपना आयकर रिटर्न भरना अमेरिका की तुलना में कहीं आसान है। उन्होंने शिकागो बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस में एक संवाद में यह बात कही। मैंने पाया कि मेरे लिए भारत में आयकर रिटर्न दाखिल करना अमेरिका में अपना आयकर दाखिल करने से अधिक आसान है। भारत में भ्रष्टाचार संबंधी एक सवाल पर उन्होंने कहा कि देश में इसमें बहुत कमी आई है। उन्होंने इसके लिए रेलवे टिकटिंग व कर विभाग का उदाहरण दिया।