चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने विपणन सत्र में इस वर्ष 1,735 रुपए क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर करीब 80 लाख टन गेहूं खरीद की पूरी तैयारी कर ली है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। प्रदेश में पिछले वर्ष 1,625 रुपए के MSP पर 74.25 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राम निवास ने कहा कि प्रदेश में किसानों से गेहूं के हर दाने की खरीद की जाएगी। कृषि विभाग ने रबी 2018 में करीब 117.80 लाख टन गेहूं उत्पादन का अनुमान लगाया है।
उन्होंने कहा कि वित्त विभाग के जरिए खरीद करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से 4,900 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को खरीद के 48 से 72 घंटे के भीतर भुगतान कर दिया जाएगा।
खरीद के लिए की गई व्यवस्थाओं का ब्यौरा देते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश की सभी 383 मंडियों में विभिन्न एजेंसियों को खाद्यान्नों की सुगम खरीद और किसानों की सहुलियत के लिए क्रय केन्द्रों का आवंटन कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि 25 मार्च 2018 तक जिला स्तर पर कम से कम 2,66,370 जूट की बोरियां उपलब्ध करा दी गई हैं।
रामनिवास ने कहा कि वर्तमान रबी सत्र में खरीद के लिए 41 लाख टन अनाज के भंडारण की सुविधा उपलब्ध है और अधिक भंडारण करने के लिए निजी कंपनियों से आवेदन मांगे गए हैं।
उन्होंने कहा कि भारतीय खाद्य निगम 12 प्रतिशत गेहूं की खरीद करेगी और बाकी 88 प्रतिशत की खरीद राज्य की विभिन्न खरीद एजेंसियों द्वारा की जाएगी। हाफेड गेहूं की 40 फीसदी खरीद करेगा जबकि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग 33 फीसदी, हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन 15 फीसदी और भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) 12 फीसदी गेहूं खरीद करेगी।