नई दिल्ली। साइबर सुरक्षा मुहैया कराने वाली कंपनी कैस्परस्काई की ओर से जारी की गई रिपोर्ट में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि रूसी भाषा बोलने वाले साइबर अपराधी भारत में लगभग 3,488 सर्वरों तक पहुंच बना चुके हैं। हैकर्स पासवर्ड समेत तमाम गोपनीय जानकारियां का डेटा बेच रहे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है, कैस्परस्काई लैब के शोधार्थियों ने एक वैश्विक मंच पर जांच की जहां साइबर अपराधी निश्चित सर्वरों तक पहुंच के डेटा बेच या खरीद सकते हैं और इसके लिए प्रत्येक की कीमत छह डॉलर जैसी छोटी रकम तक रखी गई है।
इसमें बताया गया है कि हैकरों के कारोबारी मंच एक्सडेडिक मार्केटप्लेस पर मौजूदा समय में 70,624 हैक किए गए रिमोट डेस्कटॉप प्रोटोकोल सर्वर बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। इस मार्केटप्लेस का संचालन एक रूसी भाषी समूह द्वारा किया जा रहा है।
हाल में जारी हुए नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के ताजा आंकड़ों के मुताबिक पिछले 10 सालों के दौरान भारत में साइबर क्राइम की संख्या में 19 गुना ज्यादा वृद्धि हुई है। 2005 में साइबर क्राइम से संबंधित केवल 481 मामले दर्ज किए गए थे, जिनक संख्या 2014 में बढ़कर 9622 हो गई। हालंकि पुलिस विभाग की सक्रियता के चलते इस दौरान साइबर क्राइम से जुड़े अपराधियों की गिरफ्तारी की संख्या भी बढ़ी है। 2005 में 569 सायबर अपराधियों को पकड़ा गया, जबकि 2014 में यह संख्या बढ़कर 5752 हो गई।