नई दिल्ली। देश में वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) 19 प्रतिशत बढ़कर 59.64 अरब डॉलर हो गया। इस दौरान इक्विटी, पुनर्निवेश आय और पूंजी सहित कुल एफडीआई 10 प्रतिशत बढ़कर 81.72 अरब डॉलर हो गया। सीआईआई ने कहा, ‘‘बीते साल की बेहद चुनौतीपूर्ण पृष्ठभूमि के बावजूद एफडीआई प्रवाह का मजबूत प्रदर्शन वैश्विक निवेशकों के बीच एक पसंदीदा निवेश गंतव्य के रूप में भारत की स्थिति की पुष्टि करता है।’’ उद्योग मंडल ने आगे कहा कि पिछले साल कई और क्षेत्रों में एफडीआई मानकों को उदार बनाने, व्यापार करने में आसानी और महत्वपूर्ण नीतिगत उपायों के जरिये सुधारों की गति को बरकरार रखने पर सरकार के लगातार जोर देने से भारत के प्रति वैश्विक निवेशकों का विश्वास मजबूत हुआ है।
एफडीआई आकर्षित करने वालों में गुजरात सबसे आगे
गुजरात को बीते वित्त वर्ष 2020-21 में देश में सबसे ज्यादा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) मिला है। यह लगातार चौथा साल है जबकि गुजरात देश में सबसे ज्यादा एफडीआई हासिल करने वाला राज्य रहा है। राज्य सरकार ने मंगलवार को बयान में यह जानकारी दी। देश में बीते वित्त वर्ष में आए कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में गुजरात का हिस्सा 37 प्रतिशत का रहा है। बयान के अनुसार, 2020-21 में देश में कुल 81.72 अरब डॉलर का विदेशी निवेश आया। इसमें गुजरात का हिस्सा 30.23 अरब डॉलर रहा। गुजरात लगातार चौथे साल सबसे ज्यादा एफडीआई पाने वाला राज्य रहा है। बयान में कहा गया है कि कोरोना वायरस महामारी के बावजूद राज्य एफडीआई के मामले में शीर्ष स्थान पर कायम रहा है। बयान के अनुसार, 2020-21 में राज्य में आए कुल एफडीआई में से 94 प्रतिशत कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर क्षेत्र को मिला। देशभर में इस क्षेत्र को मिले कुल एफडीआई में से अकेले 78 प्रतिशत गुजरात को प्राप्त हुआ।