नई दिल्ली। वस्तु एवं सेवा कर नेटवर्क (GSTN) ने प्रणाली को और कारगर बनाने तथा करीब 35 लाख करदाताओं को बिना रुकावट के कर भुगतान की सुविधा मुहैया कराने के लिए पिछले एक महीने में पोर्टल के कई फीचर्स में सुधार किया है। GSTN के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश कुमार ने आज यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अगस्त महीने का कर दाखिल करने के अंतिम दिन यानी 20 सितंबर को GSTN पोर्टल ने प्रति घंटे 1.3 लाख GST रिटर्न दाखिल करने एवं करो के भुगतान का भारी भरकम दबाव झेला।
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कुमार ने कहा कि करीब 35 लाख लोगों ने शनिवार तक रिटर्न दाखिल किया था। हमने अपने पोर्टल में कुछ सुधार किया है और यह अगस्त के रिटर्न दाखिल करते समय इतना दबाव होने के बावजूद दिक्कत नहीं आने से स्पष्ट हो गया है। उन्होंने कहा कि अगस्त महीने के रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि के बाद भी काफी लोगों ने रिटर्न भरा है।
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20 सितंबर तक 30 लाख से अधिक लोगों ने रिटर्न दाखिल किया था जो 23 सितंबर तक बढ़कर करीब 35 लाख हो गया। उन्होंने कहा, GST परिषद के देरी से रिटर्न भरने पर शुल्क हटा देने से काफी सारे लोग अंतिम तिथि के बाद भी रिटर्न दाखिल करते हैं। यह तब होता है जब राज्यों में मूल्यवर्धित कर का भुगतान किया जा रहा होता है।