नई दिल्ली। इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के घरेलू निर्माताओं को वस्तु एवं सेवा कर (GST) व्यवस्था से लाभ होगा, क्योंकि निर्माण लागत में खासी कमी आएगी। एसोचैम तथा एनईसी टेक्नोलॉजी द्वारा संयुक्त तौर पर किए गए अध्ययन के मुताबिक, स्थानीय निर्माता कर चुकाने में हुए लाभ को कीमतें कम कर उसे ग्राहक तक पहुंचाने में सक्षम होंगे। अध्ययन के मुताबिक, GST लागू होने से कई कर व करों के व्यापक प्रभाव खत्म होंगे। इसके साथ ही कंपनियों को गोदामों तथा ढुलाई में होने वाले खर्च से भी निजात मिलेगी, जो लगभग 5-8 फीसदी है। अध्ययन में कहा गया है कि भारत विनिर्माण का एक बड़ा केंद्र बनेगा।
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अध्ययन में कहा गया है कि कम कर, सरल कर संरचना तथा प्रौद्योगिकी आधारित कर अनुपालन प्रणाली भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण के सुधार की दिशा में एक आदर्श माहौल प्रदान करेगा। संयुक्त अध्ययन के मुताबिक, GST से भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग को बड़ा बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय निर्माताओं द्वारा बनाए गए उपकरणों की मांग में इजाफा होगा।
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एसोचैम-एनईसी के अध्ययन में कहा गया है कि GST के लागू होने से इलेक्ट्रॉनिक निर्माताओं को गोदामों व ढुलाई में होने वाला खर्च बचेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, नोटबंदी के बाद सररकार भीम, भारत क्यूआर जैसे ई-भुगतान प्लेटफॉर्म लाकर डिजिटल भुगतान को बढ़ावा दे रही है। इनसे मोबाइल फोन की मांग में इजाफा होगा।