नई दिल्ली। माल एवं सेवा कर (जीएसटी) का संग्रह जनवरी में 1.20 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। वित्त मंत्रालय ने रविवार को इसकी जानकारी दी। मंत्रालय ने कहा कि यह पिछले पांच महीनों में जीएसटी राजस्व संग्रह के रुख के अनुरूप है। जनवरी 2021 में जीएसटी संग्रह साल भर पहले की तुलना में आठ प्रतिशत अधिक है। वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘जनवरी 2021 में 31 तारीख की शाम छह बजे तक जीएसटी राजस्व संग्रह 1,19,847 करोड़ रुपये रहा। इसमें केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) 21,923 करोड़ रुपये, राज्यों का जीएसटी (एसजीएसटी) 29,014 करोड़ रुपये, एकीकृत जीएसटी (आईजीएसटी) 60,288 करोड़ रुपये (सामानों के आयात से प्राप्त 27,424 करोड़ रुपये) और उपकर 8,622 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्र 883 करोड़ रुपये सहित) शामिल है।’’ जीएसटी बिक्री रिटर्न दाखिल करने की अधिक संख्या के कारण यह आंकड़ा और अधिक हो सकता है।
इससे पहले दिसंबर,2020 में भी माल एवं सेवा कर (GST) राजस्व संग्रह ने नया रिकॉर्ड छुआ था। जीएसटी संग्रह दिसंबर 2020 में 1.15 लाख करोड़ रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा गया था, जिसमें जनवरी के दौरान और बढ़त देखने को मिली है। दिसंबर, 2020 में प्राप्त राजस्व पिछले साल समान माह में प्राप्त राजस्व की तुलना में 12 प्रतिशत अधिक रहा। इससे पहले अप्रैल, 2019 में 1,13,866 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रहित किया गया था। जीएसटी लागू होने के बाद से अभी तक जनवरी को मिलाकर चार बार जीएसटी संग्रह 1.1 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है। वहीं चालू वित्त वर्ष में यह लगातार चौथा महीना है जब जीएसटी संग्रह एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है। महामारी के बाद से लगातार सरकार की आय मे गिरावट देखने को मिली थी, अप्रैल में जीएसटी से आय 32172 करोड़ रुपये के स्तर तक गिर गई। हालांकि नए आंकड़ों से साफ है कि महामारी के बाद अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार आने के संकेत और मजबूत हो रहे हैं।