नई दिल्ली। नई कर प्रणाली वस्तु एवं सेवा कर (GST) के कार्यान्वयन के बाद रेलवे के एसी और फर्स्ट क्लास में यात्रा करना थोड़ा महंगा हो जाएगा। GST का कार्यान्वयन एक जुलाई से होने जा रहा है। GST के कार्यान्वयन से टिकट शुल्क पर सेवा कर 4.5 प्रतिशत से बढ़कर 5.0 प्रतिशत हो जाएगा। रेल मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार यह सर्विस टैक्स रेल में केवल एसी और फर्स्ट क्लास में यात्रा करने पर लगता है। इस लिहाज से अगर किसी टिकट की लागत इस समय 2000 रुपए है तो अगले महीने से वह 2010 रुपए की पड़ेगी।
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इस बीच रेलवे ने GST के कार्यान्वयन की तैयारियों को अंतिम रूप देते हुए हर राज्य में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया है जो सुनिश्चित करेगा कि नई कर प्रणाली को सुगम तरीके से कार्यान्वित किया जा सके। अधिकारी ने कहा कि भारतीय रेलवे में GST के असर के आकलन के लिए भी एक परामर्शक की सेवाएं ली गई हैं।
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चूंकि GST का पंजीकरण पैन ब्यौरे पर आधारित है इसलिए रेलवे ने अपना पैन पहले ही हासिल कर लिया है। रेलवे ने प्रत्येक मंडल में महाप्रबंध को GST अनुपालन के लिए प्रधान अधिकारी नियुक्त किया है।