Saturday, November 02, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. सुस्‍त ऑटो सेल को स्‍पीड देने के लिए SIAM ने की मोदी सरकार से मांग, वाहनों पर GST किया जाए कम

सुस्‍त ऑटो सेल को स्‍पीड देने के लिए SIAM ने की मोदी सरकार से मांग, वाहनों पर GST किया जाए कम

वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम ने सरकार से प्रदूषण नियंत्रण के लिए पुराने वाहनों को कबाड़ करने को प्रोत्साहन आधारित नीति लाने की मांग की है।

Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: June 02, 2019 17:50 IST
GST cut on auto, incentive to scrap old vehicles on SIAM's budget wish list- India TV Paisa
Photo:GST CUT ON AUTO

GST cut on auto, incentive to scrap old vehicles on SIAM's budget wish list

नई दिल्‍ली। बिक्री में गिरावट के दौर से गुजर रहा घरेलू वाहन उद्योग चाहता है कि सरकार जुलाई में पेश होने वाले पूर्ण बजट में वाहनों पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की दर को घटाकर 28 से 18 प्रतिशत करे। नई सरकार अपना पहला बजट 5 जुलाई को पेश करने वाली है। 

वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम ने सरकार से प्रदूषण नियंत्रण के लिए पुराने वाहनों को कबाड़ करने को प्रोत्साहन आधारित नीति लाने की मांग की है। वित्त मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बजट पूर्व बैठक में सियाम ने यह मांग रखी कि सभी वाहनों पर जीएसटी की दर को 28 से घटाकर 18 प्रतिशत पर लाया जाए। 

उद्योग के एक कार्यकारी ने कहा कि कर की दर को नीचे लाने से वाहनों के दाम घटेंगे, जिससे उद्योग की मांग बढ़ेगी जो पिछले 11 माह से सुस्त पड़ी हुई है। अप्रैल में यात्री वाहनों की बिक्री में 17.07 प्रतिशत की गिरावट आई, जो पिछले आठ साल की सबसे अधिक गिरावट है। इससे पहले अक्टूबर, 2011 में यात्री वाहनों की बिक्री में इससे अधिक गिरावट देखी गई थी।

नकदी संकट, चुनाव से पहले उपभोक्ताओं की धारणा कमजोर होने तथा दाम बढ़ने की वजह से मांग प्रभावित हुई है। अधिकारियों के साथ बैठक में सियाम ने वाहनों को कबाड़ करने के लिए प्रोत्साहन वाली नीति लाने की भी वकालत की। उद्योग ने स्थानीय विनिर्माण को प्रोत्साहन देने के लिए पूर्ण आयातित वाणिज्यिक वाहनों पर लागू सीमा शुल्क को 25 से बढ़ाकर 40 प्रतिशत करने की भी मांग की।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement