नई दिल्ली। दो महीने के अंतराल के बाद माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह जनवरी में एक लाख करोड़ रुपए के आंकड़े को पार कर गया। वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। दिसंबर, 2018 में जीएसटी संग्रह 94,725 करोड़ रुपए रहा था।
वित्त मंत्रालय ने ट्विट कर बताया कि जनवरी, 2019 में कुल सकल जीएसटी संग्रह एक लाख करोड़ रुपए से अधिक रहा है। राजस्व संग्रह में यह महत्वपूर्ण सुधार है। दिसंबर, 2018 में 94,725 करोड़ रुपए का राजस्व संग्रह हुआ था। वहीं पिछले साल समान माह में 89,825 करोड़ का राजस्व मिला था।
चालू वित्त वर्ष में यह तीसरा अवसर है जब जीएसटी संग्रह एक लाख करोड़ रुपए से अधिक रहा है। इससे पहले अप्रैल और अक्टूबर में जीएसटी संग्रह एक लाख करोड़ रुपए से अधिक रहा था।
अप्रैल में 1.03 लाख करोड़ रुपए, मई में 94,016 करोड़ रुपए, जून 95,610 करोड़ रुपए, जुलाई में 96,483 करोड़ रुपए, अगस्त में 93,960 करोड़ रुपए, सितंबर में 94,442 करोड़ रुपए, अक्टूबर में 100,710 करोड़ रुपए, नवंबर में 97,637 करोड़ रुपए और दिसंबर में 94,725 करोड़ रुपए का जीएसटी संग्रह हुआ था।
मंत्रालय ने कहा कि जीएसटी परिषद द्वारा उपभोक्ताओं पर कर का बोझ कम करने के लिए लागू किए गए विभिन्न कर राहत उपायों के बावजूद यह वृद्धि हासिल की गई है। परंपरागत रूप से, किसी महीने के लिए जीएसटी संग्रह का आंकड़ा बाद वाले महीने के पहले दिन जारी किया जाता है। हालांकि, जनवरी माह के लिए राजस्व संग्रह का पूरा विवरण 2 फरवरी को जारी किया जाएगा।