नई दिल्ली। वित्त मंत्रालय को उम्मीद है कि नवंबर और दिसंबर में जीएसटी कलेक्शन 1 लाख करोड़ रुपए से अधिक होगा। मंत्रालय का कहना है कि त्योहारी सीजन की मांग और राजस्व विभाग द्वारा टैक्स-चोरी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान से टैक्स राजस्व में वृद्धि होने की पूरी उम्मीद है।
वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) राजस्व सितंबर में मामूली बढ़कर 94,442 करोड़ रुपए रहा है और अधिकारियों का मानना है कि त्योहारी सीजन में बढ़ी हुई मांग की वजह से यह अगले महीने में एक लाख करोड़ रुपए के स्तर को पार कर जाएगा। एक अधिकारी ने कहा कि जीएसटी संग्रह के वर्तमान रुख के साथ यह उम्मीद की जा रही है कि मासिक संग्रह एक बार फिर नवंबर और दिसंबर में 1 लाख करोड़ रुपए को पार कर जाएगा।
अधिकारी ने कहा कि राजस्व विभाग ने चोरी रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं, इससे भी राजस्व बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी। लक्ष्मीकुमारन एंड श्रीधरन के पार्टनर एल बद्री नारायणन ने कहा कि जीएसटी संग्रह को 1 लाख करोड़ से अधिक होना चाहिए क्योंकि आगे त्योहारी सीजन की मांग बढ़ेगी। यह ऐसा समय है जब लोग खरीदारी करते हैं और कंपनियां डिस्काउंट की पेशकश कर बिक्री को बढ़ाने की कोशिश करती हैं। हमें उम्मीद है कि बिक्री बढ़ने से सरकार को अधिक राजस्व की प्राप्ती होगी।
वित्त मंत्रालय ने चालू वित्त वर्ष के लिए प्रति माह 1 लाख करोड़ रुपए का राजस्व संग्रह लक्ष्य तय किया है। अभी तक केवल अप्रैल महीने में ही जीएसटी कलेक्शन एक लाख करोड़ रुपए से अधिक हुआ है। मई में जीएसटी संग्रह 94,016 करोड़ रुपए, जून में 95,610 करोड़ रुपए, जुलाई में 96,483 करोड़ रुपए, अगस्त में 93,960 करोड़ रुपए और सितंबर में 94,442 करोड़ रुपए रहा है।