नयी दिल्ली। माल एवं सेवाकर (जीएसटी) का सकल संग्रह जुलाई में 1.02 लाख करोड़ रुपये रहा। यह पिछले महीने के संग्रह के मुकाबले थोड़ी बेहतर स्थिति है। यह जानकारी गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में सामने आयी है। हालांकि, यह एक साल पहले जुलाई के 96,483 करोड़ रुपये के जीएसटी संग्रह से 5.8 प्रतिशत अधिक है। चालू वित्त वर्ष में जीएसटी संग्रह पिछले महीने जून में पहली बार एक लाख करोड़ रुपये के स्तर से नीचे 99,939 करोड़ रुपये पर गया था।
आंकड़ों के अनुसार जुलाई 2019 में केंद्रीय जीएसटी संग्रह 17,912 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी 25,008 करोड़ रुपये और एकीकृत जीएसटी 50,612 करोड़ रुपये रहा। एकीकृत जीएसटी में आयात पर वसूला गया 24,246 करोड़ रुपये का जीएसटी भर शामिल है। इसके अलावा उपकर का संग्रह 8,551 करोड़ रुपये रहा जिसमें आयात पर 797 करोड़ रुपये का उपकर भी शामिल है।
जुलाई में 75.79 लाख जीएसटीआर 3बी रिटर्न दाखिल किए गए। बयान के अनुसार राज्यों को जीएसटी में नुकसान के मुआवजे के तौर पर अप्रैल-मई अवधि के लिए 17,789 करोड़ रुपये की राशि जारी की गयी है। अप्रैल से जुलाई में सकल जीएसटी संग्रह 4,16,176 करोड़ रुपये रहा। यह पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 3,89,568 करोड़ रुपये था।