नई दिल्ली। पहली तिमाही के दौरान अर्थव्यवस्था में आई तेज गिरावट के लिए कठोरता से लागू किया गया लॉकडाउन मुख्य वजह है। आर्थिक आंकड़े जारी होने के बाद मुख्य आर्थिक सलाहकार के वी सुब्रमण्यम ने ये बात कही। उनके मुताबिक कुछ सेक्टर में तेज रिकवरी के संकेत मिल रहे हैं, और अनुमान है कि दूसरी और तीसरी तिमाही से अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन बेहतर रहेगा। उन्होने कहा कि रेलवे के जरिए माल लाने ले जाने में रिकवरी और बिजली की खपत में सुधार से उम्मीद है कि अर्थव्यवस्था के कुछ हिस्सों में प्रदर्शन सुधरने लगा है।
मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा कि लॉकडाउन की सख्ती और उसके समय को देखते हुए अर्थव्यवस्था में ये गिरावट अप्रत्याशित नहीं थी। खास बात ये है कि अनलॉक के साथ ही अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत दिखने लगे हैं। जुलाई में रेलवे के जरिए मालढुलाई पिछले साल के 95 फीसदी स्तर तक पहुंच गई है। वहीं अगस्त के 26 दिनों में इसमें पिछले साल के मुकाबले बढ़त दर्ज हुई है। वहीं बिजली की खपत पिछले स्तरों के करीब पहुंच गई है। इससे संकेत है कि अर्थव्यवस्था एक बार फिर अपने स्तरों की तरफ लौट रही है। वहीं तिमाही के दौरान एग्री सेक्टर में 3.4 फीसदी की ग्रोथ भी एक बेहतर संकेत है।
आज जारी हुए आंकड़ों के मुताबिक जून तिमाही में भारत की जीडीपी में 23.9 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई है। पिछले साल की इसी तिमाही में अर्थव्यवस्था 5.2 फीसदी की दर से बढ़ी थी। आंकड़ों के मुताबिक कृषि क्षेत्र को छोड़कर बाकी सभी सेक्टर में तेज गिरावट दर्ज हुई है।