नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में कुल प्रत्यक्ष कर संग्रह 16.7% बढ़कर 5.47 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। पहले 6 महीने के दौरान 1.03 लाख करोड़ रुपए करदाताओं को लौटाये गए। यह पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के दौरान लौटायी गयी राशि की तुलना में 30.4% अधिक है।
मंत्रालय ने जारी बयान में कहा, ‘‘प्रत्यक्ष कर संग्रह के शुरुआती आंकड़ों से पता चलता है कि चालू वित्त वर्ष में सितंबर 2018 तक कुल कर संग्रह 5.47 लाख करोड़ रुपये रहा जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 16.7% अधिक है।’’ करदाताओं को लौटायी गयी राशि के बाद शुद्ध कर संग्रह इस अवधि के दौरान 14% बढ़कर 4.44 लाख करोड़ रुपये रहा है।
ग्रोथ के बावजूद लक्ष्य से पीछे
बजट में चालू वित्त वर्ष के लिए 11.50 लाख करोड़ रुपये के प्रत्यक्ष कर संग्रह का लक्ष्य रखा गया था। पहली छमाही में इस लक्ष्य का महज 38.6 % संग्रह ही हो सका है। समग्र कॉरपोरेट आयकर और व्यक्तिगत आयकर संग्रह इस दौरान क्रमश: 19.5% और 19.1% बढ़े हैं। राशि लौटाने के बाद इनका शुद्ध संग्रह क्रमश: 18.7% और 14.9% बढ़ा है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने इस दौरान अग्रिम कर के तौर पर 2.10 लाख करोड़ रुपये जमा किये हैं जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 18.7 % अधिक है।