कोलकाता। ऑनलाइन सुपरमार्केट ग्रोफर्स ने मंगलवार को कहा कि वह पैकेट बंद दूध श्रेणी में उतर रही है और इस खंड में अन्य कंपनियों की तुलना में उसके उत्पादों की कीमत 12 प्रतिशत कम होगी। ग्रोफर्स के सीईओ अल्बिंदर ढींडसा ने कहा कि कंपनी को पैकेट बंद दूध के कारोबार से 30 करोड़ रुपए सालाना आय होने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि कंपनी के उत्पाद को जी-फ्रेश ब्रांड के तहत बेचा जाएगा और एक सप्ताह के भीतर सभी प्रमुख शहरों में उपलब्ध होगा। ग्रोफर्स के उपाध्यक्ष (प्राइवेट ब्रांड्स) विवेक प्रसाद ने कहा कि हम टेट्रा पैक के दूध को बाजार से अधिक सस्ती दर पर बनाने की कोशिश कर रहे हैं। दूध की कीमत प्रमुख प्रतिस्पर्धी उत्पादों की तुलना में लगभग 12 प्रतिशत कम रखी गई है।
कंपनी की वर्ष 2020 तक अपने निजी लेबल वाले उत्पाद दायरे को 800 उत्पादों से बढ़ाकर 1,200 तक बढ़ाने की योजना है। ग्रोफर्स ने दावा किया कि जी-फ्रेश दूध एफएसएसएआई द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार विटामिन ए और विटामिन डी के साथ पोषक तत्व से समृद्ध (फोर्टिफाइड) किया गया है।
पैकेज्ड दूध का बाजार 20 प्रतिशत के संचयी वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़ने का अनुमान है। इस ऑनलाइन कंपनी ने पहले कहा था कि वह वित्त वर्ष 2019-20 तक अपनी बिक्री को दोगुना कर 5,000 करोड़ रुपए करने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है।