एथेंस। यूनान के नीति निर्माताओं ने जनता को कड़े विरोध के बावजूद ऋणदाताओं की मांग के सामने घुटने टेकते हुए पेंशन कटौती और कर बढ़ोतरी का विवादास्पद पैकेज स्वीकार कर लिया है ताकि राहत कोष की अगली किस्त जारी हो सके, जिसकी बेहद जरूरत है।
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक हजारों लोगों ने इस अलोकप्रिय सुधार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस सुधार को पारित कराने का श्रेय सिरिजा पार्टी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार को जाता है, जिसे संसद में मामूली अंतर से बहुमत प्राप्त है। यूनान के प्रमुख विपक्षी दल ने इस सुधार के खिलाफ मत दिया। इस सुधार के तहत पेंशन भुगतान घटेगा, कई पेंशन कोषों का विलय हो जाएगा, योगदान बढ़ेगा और मध्यम एवं उच्च आय वर्ग पर ज्यादा कर लगेगा। इस नए सुधार की मांग यूरोपीय संघ और अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने यूनान के 86 अरब यूरो (95 अरब डॉलर) के ऋण में से ताजा कोष के भुगतान के बदले की थी, जिस पर जुलाई में सहमति हुई थी। 2010 से ऋण के बोझ से दबे देश में यह तीसरा सुधार है।
यह भी पढ़ें- अवैध खाते रखने वालों को नहीं बख्शेगी सरकार, पनामा दस्तावेजों की जानकारी का होगा ITR से मिलान
चीन में खेल उद्योग की पंचवर्षीय योजना का लक्ष्य 460 अरब डॉलर
चीन का खेल उद्योग 2020 के अंत तक 3,000 अरब युआन से अधिक (460 अरब डॉलर) का हो जाएगा। चीन की पंचवर्षीय खेल विकास योजना के मुताबिक, चीन का पूर्ण खेल उद्योग 3,000 अरब युआन से अधिक का होगा। इस योजना में देश में फुटबॉल विकास के लिए उठाए गए सहयोगी कदमों को दिशा-निर्देशित किया गया है, जिसमें चीन के घरेलू फुटबॉल लीग मैचों के लिए लॉटरी गतिविधियां भी शामिल हैं। इसमें कहा गया है कि देश में 7,000 से अधिक फुटबॉल पिच होंगी।
इस योजना के मुताबिक, “स्पोर्ट्स लॉटरी, शोध और चीन के घरेलू लीग मैचों में फुटबॉल लॉटरी की प्रक्रिया को शुरू करने को बढ़ावा देना तेज करना होगा।” योजना के मुताबिक, “चीन में 2020 तक 20,000 फुटबॉल अकादमी होंगी। पुरुषों और महिलाओं की चीनी फुटबॉल टीमें विश्व कप, एशिया कप और ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन करेंगी।”
यह भी पढ़ें- चीन ने निकाला बिजली बचाने का नया तरीका, अगले महीने शुरू होगा पहली हाइब्रिड पावर ट्रेन का परीक्षण