नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल से जून) के दौरान सरकार का कुल टैक्स कलेक्शन बढ़कर 3.24 लाख करोड़ रुपए हो गया, जो कि आर्थिक गतिविधियों में सुधार का संकेत है।
इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन अप्रैल-जून की अवधि में सालाना आधार पर लगभग 30.8 फीसदी बढ़कर 1,99,790 करोड़ रुपए हो गया। इस दौरान उत्पाद शुल्क में 50 फीसदी बढ़ोतरी हुई। वहीं आलोच्य तिमाही में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 24.79 फीसदी बढ़कर 1.24 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया। यह वृद्धि मुख्य तौर पर एडवांस टैक्स की जल्द प्राप्ति से आई है।
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जून तक इनडायरेक्ट टैक्स व डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन सालाना बजटीय लक्ष्य का क्रमश: 25.7 फीसदी तथा 14.63 फीसदी रहा है। सरकार को 2016-17 में डायरेक्ट टैक्स से 8.47 लाख करोड़ रुपए, जबकि इनडायरेक्ट टैक्स से 7.79 लाख करोड़ रुपए मिलने की उम्मीद है। राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने कहा, डायरेक्ट टैक्स में इस बढ़ोतरी की मुख्य वजह एडवांस टैक्स जमा करने की जरूरतों में पिछले साल के बजट में किए गए बदलाव हैं। आलोच्य तिमाही में व्यक्तिगत आयकर में 29.8 फीसदी और कॉरपोरेट टैक्स में 13.5 फीसदी की वृद्धि हुई है। पहले एडवांस टैक्स को तीन किश्तों में सितंबर, दिसंबर और मार्च में जमा कराया जाता था। लेकिन वर्तमान वित्त वर्ष से हरेक वित्त वर्ष में व्यक्तिगत स्तर पर भी 15 फीसदी, 30 फीसदी, 30 फीसदी और 25 फीसदी की दर से जून, सितंबर, दिसंबर और मार्च में अग्रिम कर की किश्तें जमा करानी होगी।