नई दिल्ली। सरकार ने पिछले दो वर्षों में 50,000 करोड़ रुपए की इनडायरेक्ट टैक्स चोरी पकड़ी है। इसके अलावा 21,000 करोड़ रुपए की अघोषित आय का भी पता लगाया गया है। वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि काले धन पर कार्रवाई से दो साल में 3,963 करोड़ रुपए के तस्करी के सामान को जब्त करने में मदद मिली है। यह इससे पिछले दो साल की अवधि की तुलना में 32 फीसदी अधिक है।
बयान में कहा गया है कि प्रवर्तन उपायों को बढ़ाने से 50,000 करोड़ रुपए की इनडायरेक्ट टैक्स चोरी का पता लगाने में मदद मिली है। इसके अलावा 21,000 करोड़ रुपए की अघोषित आय का भी पता लगा है। इसमें सरकार द्वारा देश और देश के बाहर कालेधन पर अंकुश के लिए किए गए उपायों का ब्योरा देते हुए कहा गया है कि नया कालाधन कानून कड़े जुर्माने के प्रावधान के साथ लागू किया गया है।
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इसके साथ ही उच्चतम न्यायालय के पूर्व जज एम बी शाह की अगुवाई में एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) बनाई गई है। इसमें कहा गया है कि उसके बाद से एसआईटी की कई सिफारिशों को क्रियान्वित किया गया है। 1,466 मामलों में अभियोजन की कार्रवाई शुरू की गई है। इससे पिछले दो साल में यह आंकड़ा 1,169 रहा था। यानी इसमें 25 फीसदी का इजाफा हुआ है। इसके अलावा एक नई आमदनी का खुलासा करने की योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत अघोषित संपत्ति की घोषणा करने वाले कुल टैक्स और 45 फीसदी जुर्माना अदा कर पाक साफ हो सकते हैं।