नई दिल्ली। सरकार एक यूनिवर्सल सोशल सिक्योरिटी प्लेटफॉर्म बनाने पर विचार कर रही है। इसके जरिए सभी सरकारी लाभ स्थानांतरित किए जाएंगे। इनमें गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) परिवारों के लिए कैशलेस अस्पताल में भर्ती होकर इलाज कराने की सुविधा भी शामिल है। सभी नागरिकों को इस सामाजिक सुरक्षा प्लेटफॉर्म तक पहुंच उपलब्ध कराने के लिए सरकार डाकघरों और बैंक मित्रों के जरिए कवरेज बनाने का प्रयास कर रही है।
वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने दसवें सिविल सर्विसेज दिवस पर कहा, एक बार सामाजिक सुरक्षा प्लेटफॉर्म बनने और सभी नागरिकों तक इसकी पहुंच उपलब्ध कराने के बाद हम इस पर अन्य उत्पाद भी डालना शुरू करेंगे। इसमें सबसे पहले वह उत्पाद डाला जाएगा जिसकी घोषणा बजट में की गई है। यह बीपीएल परिवारों के लिए एक लाख रुपए तक का अस्पताल में भर्ती होकर इलाज कराने का कवरेज है।
सिन्हा ने कहा, आप ऐसी स्थिति की कल्पना कर सकते हैं जिनसे एक गरीब व्यक्ति किसी प्रमाणीकृत अस्पताल जाता है, जहां यह पता लगाया जाता है। उसको किस तरह के इलाज की जरूरत है, तब उसकी पहचान के लिए आधार का इस्तेमाल किया जाता है और उसके बाद वह कैशलेस इलाज की सुविधा का लाभ उठा सकते है। इसमें उसको अपनी बचत का इस्तेमाल नहीं करना पड़ता। हम कुछ इसी तरह का प्लेटफार्म बनाना चाहते हैं। यह जनधन योजना के जरिये हो रहा है जो इन सभी की शुरुआत का आधार है।