नई दिल्ली। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में कहा कि सरकार एमएसएमई और खादी इंडस्ट्री द्वारा बनाए जाने वाले उत्पादों की मार्केटिंग के लिए चीनी ई-कॉमर्स पोर्टल अलीबाबा और अमेरिकी पोर्टल अमेजन की तरह एक नया पोर्टल लॉन्च करने की प्रक्रिया में है। उन्होंने कहा कि एमएसएमई का देश की जीडीपी में अभी 29 प्रतिशत योगदान है और सरकार इस हिस्सेदारी को बढ़ाने के लिए कई कदम उठा रही है।
उन्होंने कहा कि हमनें जीडीपी में एमएसएमई की हिस्सेदारी अगले पांच सालों के दौरान बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि इस सेक्टर में 15 करोड़ लोगों को रोजगार मिलेगा। गडकरी ने कहा कि जिस तरह से उनके सड़क मंत्रालय ने सभी लक्ष्य हासिल किए हैं, उसी प्रकार एमएसएमई मंत्रालय भी अपना लक्ष्य पूरा करेगा।
गडकरी ने कहा कि चीन जैसे देश ने एमएसएमई सेक्टर को मजबूत कर अपनी वृद्धि दर को आगे बढ़ाया है और भारत भी अब अपने एमएसएमई सेक्टर पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। उन्होंने कहा कि एमएसएमई के सामने महंगे कर्ज, उत्पादों की मार्केटिंग, श्रम मुद्दे, प्रबंधन मुद्दे और कार्यशील पूंजी की लागत जैसी समस्याएं हैं। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों को हल करने के लिए उनका मंत्रालय विभिन्न हितधारकों के साथ मिलकर काम कर रहा है।
गडकरी ने कहा कि सस्ते कर्ज के लिए हम एडीबी और वर्ल्ड बैंक से बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अलीबाबा और अमेजन एमएसएमई को एक बड़ा वैश्विक मंच उपलब्ध कराते हैं, इसी आधार पर हम भी एमएसएमई और खादी उद्योग के लिए एक मार्केटिंग वेबसाइट लॉन्च करने पर काम कर रहे हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि इस पोर्टल की मदद से कोई भी मधुमक्खी पालक अपने उत्पाद को पूरे दुनिया में कहीं भी बेच सकेगा।