नई दिल्ली: देश के निर्यातक संघों के महासंघ ‘फियो’ ने सरकार से नई विदेश व्यापार नीति (एफटीपी) की जल्द घोषणा करने की मांग करते हुये चालू वित्त वर्ष के लिये 350 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य तय करने पर जोर दिया है। फियो के अध्यक्ष शरद कुमार सर्राफ ने मार्च महीने में निर्यात कारोबार में हासिल 58.50 प्रतिशत की जोरदार वृद्धि को न केवल निर्यात क्षेत्र के लिये बेहतर बताया है, बल्कि इसे समूची अर्थव्यवस्था में पुनरुद्धार का संकेत करार दिया है। मार्च 2021 में देश का निर्यात कारोबार एक साल पहले के इसी माह के मुकाबले 58.50 प्रतिशत बढ़कर 34 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
सर्राफ ने कहा कि निर्यात के इस रुझान को बनाये रखने की जरूरत है। ऐसे समय जब देश और दुनिया कोविड-19 महामारी की चुनौती का सामना कर रही थी, ऐसे कठिन वर्ष 2020-21 में देश का निर्यात 290 अरब डॉलर से ऊपर पहुंच जाना अपने आप में उत्साहपूर्ण है। हालांकि, एक साल पहले के मुकाबले यह 7.4 प्रतिशत कम रहा है। इससे पिछले वर्ष 313.36 अरब डॉलर का निर्यात किया गया था। वहीं इस दौरान आयात 18 प्रतिशत घटकर 388.92 अरब डॉलर रहा। इससे पिछले साल 2019- 20 में 474.71 अरब डॉलर का आयात किया गया था।
उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि निर्यातकों के दिलोदिमाग में व्याप्त अनिश्चितता को दूर करने के लिये जल्द से जल्द आरओडीटीईपी दरों को अधिसूचित कर दिया जाना चाहिये। आरओडीटीईपी योजना के तहत निर्यात उत्पादों पर दिये गये शुल्क एवं करों की वापसी निर्यातकों को की जाती है। इसके साथ ही उन्होंने सरकार से नई विदेश व्यापार नीति की जल्द से जल्द घोषणा करने का भी आग्रह किया। इसके अलावा भाड़ा शुल्कों को कम करने और निर्यातकों से जुड़े जोखिम वाले मुद्दों को जल्द समाधान करने को भी कहा है। सर्राफ ने सरकार से ब्रांड इंडिया उत्पादों का विपणन बढ़ाने के लिये निर्यात विकास कोष बनाने की लंबे समय से लटकी मांग को पूरा करने का भी आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि निर्यात को फिर से दहाई अंक की वृद्धि राह पर लाने के लिये इस क्षेत्र में ढांचागत सुविधाओं में आने वाली विभिन्न कमियों को दूर किया जाना भी जरूरी है। सर्राफ ने कहा कि मार्च माह में निर्यात वाले प्रमुख 30 उत्पाद समूहों में से 28 में काफी प्रभावी वृद्धि दर्ज की गई। तेल खल, लौह अयस्क, अन्य अनाज, कालीन, इलेक्ट्रॉनिक सामान, रत्न एवं आभूषण, इंजीनियरिंग सामान, चावल, मसाले, कपास धागा, कपड़ा, हथकरघा उत्पाद आदि, मांस, डेयरी और पॉल्ट्री उत्पादों, सेरेमिक उत्पादों और शीशे के सामान, दवाओं, औषधियों, ऑर्गेनिक और अजैविक रसायनों का निर्यात बेहतर रहा है। कॉफी, फल, सब्जियों, चमड़ा और चमड़ा उत्पादों, तंबाकू और चाय का भी मार्च माह के निर्यात में बेहतर योगदान रहा है।