नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार ने साफ कर दिया है कि आगे 5000 और 10000 के नए नोट लाने का कोई योजना नहीं है। माना जा रहा था कि नोटबंदी के बाद सरकार बड़े नोटों को अर्थव्यवस्था में ला सकती है। हालांकि, सरकार ने कहा है कि उनकी बड़े नोटों को बाजार में नहीं लाने की कोई योजना नहीं है। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 8 नवंबर को 500, 1000 के पुराने नोट बैन करने का एलान किया था। सरकार के इस फैसले से देश की 86% करंसी चलन से बाहर हो गई थी।
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वित्त राज्या मंत्री मेघवाल ने शुक्रवार को लोकसभा में दिया जवाब
वित्त राज्या मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने शुक्रवार को लोकसभा में सवाल पूछा गया था कि क्या सरकार नोटों का प्रिंटिंग खर्च कम करने के लिए अब सरकार 5 और 10 हजार के नोट लाएगी। इस पर अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि इस बारे में आरबीआई से सलाह ली गई, लेकिन RBI के इनकार के बाद 5000 और 10000 रुपए के नए नोट छापने की कोई जरूरत महसूस नहीं हुई।
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2000 रुपए के नोट पर जेटली पहले ही दे चुके है जवाब
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कुछ दिन पहले कहा था कि 2000 रुपए का नोट वापस लेने का कोई प्लान नहीं है। दरअसल, नोटबंदी के बाद ऐसे कयास लगा गए थे कि कैश की दिक्कत दूर करने के लिए फिलहाल 2000 का नया नोट जारी किया है। बाद में इसे भी 500/1000 की तरह बंद कर दिया जाएगा।
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1000 का नोट भी दोबारा सर्कुलेशन में नहीं आएगा
इकोनॉमिक अफेयर्स सेक्रेटरी शक्तिकांत दास ने पिछले महीने कहा था कि 1000 का नोट दोबारा सर्कुलेशन में लाने का कोई प्लान नहीं है।हालांकि, आरबीआई महात्मा गांधी सीरीज के 10, 20 और 50 के नए नोट छापने की बात कह चुका है। 10 रुपए के प्लास्टिक नोट लाने का भी एलान हुआ है।