नई दिल्ली। भारत में सस्ते रिफर्बिश्ड एप्पल iPhone खरीदने की उम्मीद लगाए बैठे लोगों को झटका लगा है। सरकार ने दुनिया की अव्वल मोबाइल कंपनी एप्पल की भारत में पुराने रिफर्बिश्ड iPhone बेचने की एप्लीकेशन रिजेक्ट कर दी है। घटती बिक्री से परेशान एप्पल के लिए भी यह एक बड़ा झटका है। रिफर्बिश्ड फोन ऐसे नए फोन होते हैं, जिनमें कोई खराबी होती है, और इसे दुरुस्त कर कम कीमत पर बाजार में फिर भेज दिया जाता है। एप्पल ने इस साल मार्च में अपने स्टोर्स में रिफर्बिश्ड iPhone बेचने के लिए सरकार के पास अर्जी भेजी थी। हालांकि सरकार के इस फैसले से उन चाइनीज और भारतीय कंपनियों को राहत मिली है, जिनके लिए रिफर्बिश्ड सस्ते आईफोन एक बड़ा खतरा होते।
घटती बिक्री से परेशान एप्पल को डबल शॉक
प्रीमियम मोबाइल सेगमेंट में अपनी खास जगह बनाने वाले एप्पल के लिए पिछले कुछ साल बेहद खराब रहे हैं। हालांकि भारत में पिछले साल एप्पल iPhone की बिक्री 56 फीसदी बढ़ी है, लेकिन ग्लोबल लेवल पर घटती फोन की बिक्री के बीच एप्पल को रिफर्बिश्ड सेगमेंट में एक उम्मीद नजर आई थी। लेकिन सरकार के फैसले से इस पर भी पानी फिर गया है। वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के मुताबिक इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग ने भारत में सेकंड हैंड उत्पादों के आयात पर चिंता जताई थी। उसका कहना था कि इससे इलेक्ट्रॉनिक कचरा बढ़ेगा।
तस्वीरों में देखिए आईफोन एसई
iPhone 5SE
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बजट स्मार्टफोन कंपनियों को राहत
हालांकि अर्जी नामंजूर होना एप्पल के लिए बड़ा झटका है, लेकिन इससे बजट स्मार्टफोन मार्केट पर दबदबा रखने वाली सैमसंग, एलजी, माइक्रोमैक्स, श्याओमी जैसे कंपनियों को बड़ी राहत मिली है। इंडस्ट्री जानकारों के मुताबिक यदि सरकार एप्पल को इजाजत दे देती तो भारत सस्ते iPhone से पट जाता। जिससे छोटी कंपनियों के लिए फोन बेचना मुश्किल हो जाता। यह बात अलग है कि भारत में आज जितने भी रिफर्बिश्ड फोन बिकते हैं, उनमें सबसे अधिक iPhone ही होते हैं।
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