नई दिल्ली। सरकार ने भारत-22 एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) के तहत पहले दौर में 14,500 करोड़ रुपए जुटाए हैं। इस फंड में 22 कंपनियों के शेयर शामिल हैं। निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन (दीपम) विभाग के सचिव नीरज गुप्ता ने कहा कि हम भारत-22 ETF में आए कुल अभिदान में से 14,500 करोड़ रुपए को रखने का फैसला किया है। इस ETF के लिए करीब 32,000 करोड़ रुपए की बोलियां आईं। इसमें से विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने करीब एक-तिहाई बोलियां लगाईं। खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित खंड को 1.45 गुना, रिटायरमेंट फंड को 1.50 गुना और एनआईआई तथा क्यूआईबी से सात गुना अभिदान मिला।
इस तरह सरकार चालू वित्त वर्ष में अभी तक विनिवेश से 52,500 करोड़ रुपए जुटा चुकी है जबकि लक्ष्य 72,500 करोड़ रुपए का है। इसमें सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियों के आईपीओ में मिला धन भी शामिल है। भारत-22 ETF में पिछले सप्ताह एंकर निवेशकों के लिए आरक्षित हिस्से पर छह गुना अभिदान मिला था। मूल्य के हिसाब से यह 12,000 करोड़ रुपए बैठता है।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड द्वारा प्रबंधित भारत-22 ETF की नई फंड पेशकश (NFO) का शुरुआती निर्गम आकार 8,000 करोड़ रुपए था। निर्गम के कुल आकार का 25 प्रतिशत या 2,000 करोड़ रुपए एंकर निवेशकों के लिए आरक्षित था, जिन्होंने 12,000 करोड़ रुपए के लिए बोलियां लगाईं। बोलियां लगाने वालों में एलआईसी, बैंक आफ इंडिया, एसबीआई पेंशन फंड, ईपीएफओ और एचडीएफसी एर्गो इंश्योरेंस शामिल हैं।
नए भारत 22 ETF में जिन कंपनियों के शेयर रखे गए हैं उनमें ओएनजीसी, एनटीपीसी, एसबीआई, आईओसी, कोल इंडिया और नालको एनबीसीसी, बीपीसीएल , बीईएल , इंजीनियर्स इंडिया , एनएचपीसी, एसजेवीएनएल, गेल, पीजीसीआईएल, एनएलसी इंडिया, इंडियन बैंक व बैंक आफ बडौदा जैसी प्रमुख सार्वजनिक कंपनियों के शेयर शामिल हैं।
यह भी पढ़ें : निवेशकों को भा रहा है म्यूचुअल फंड, अक्टूबर में किया 51,000 करोड़ रुपए का निवेश
यह भी पढ़ें : भारत की रेटिंग बढ़ाने के बाद मूडीज का अगला अनुमान, अगले साल 6% बढ़ेगा कंपनियों का कर पूर्व लाभ