नई दिल्ली। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने पेट्रोल और डीजल के दाम में वृद्धि से ग्राहकों को राहत देने के लिए उत्पाद शुल्क में कटौती को लेकर कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम में तेजी से घरेलू बाजार में ईंधन का मूल्य बढ़ रहा है। पिछले महीने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में करीब 1.5 रुपए प्रति लीटर की वृद्धि हुई।
यह पूछे जाने पर कि क्या अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में वृद्धि को देखते हुए सरकार पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती करेगी, प्रधान ने संवाददाताओं से कहा, देखिए क्या होता है।
इस सप्ताह ब्रेंट वायदा 64.65 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया था। बाद में इसमें गिरावट आई। हालांकि इस साल अभी तक अंतराष्ट्रीय बाजार में तेल का औसत भाव लगभग 55 डॉलर प्रति बैरल रहा है।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने अक्टूबर में पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में दो रुपए प्रति लीटर की कटौती की थी। इसका मकसद भाव में तेजी से ग्राहकों को कुछ राहत उपलब्ध कराना था। इस कटौती के बाद चार अक्टूबर को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत घटकर 68.38 रुपए प्रति लीट और डीजल 56.89 रुपए लीटर पर आ गई थी। उसके बाद कीमत में वृद्धि हुई है और राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल 69.85 रुपए प्रति लीटर तथा डीजल 58.31 रुपए प्रति लीटर के भाव पर पहुंच गया है।